1 मई को टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और पूर्व दिग्गज गौतम गंभीर के बीच हुए विवाद को लेकर वीरेंद्र सहवाग ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है।इस शर्मनाक घटना को घटित हुए करीब 2 दिन बीत चुके हैं। परंतु यह अब भी सुर्खियों में है।इस मसले को लेकर पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने विराट कोहली और गौतम गंभीर को अपना रवैया सुधारने की सलाह दी है।
इस दौरान वीरू ने गौतम गंभीर के साथ लंबे समय तक ओपनिंग करने के अलावा विराट कोहली के साथ भी 5 साल तक क्रिकेट खेलने के अपने अनुभव को भी साझा किया। वीरू ने गौतम गंभीर और विराट कोहली को एक आइकॉन बताया है। इसके अलावा उन्होंने इस बात की भी आशंका जताई है कि उन्हें देखकर युवा क्रिकेटर भी ऐसा ही बर्ताव करेंगे। इसलिए उन्हें अपने आदत में सुधार लाना चाहिए।
अपनी छवि का रखें ख्याल
क्रिकबज पर बातचीत में वीरू ने कहा कि, “उस दिन मैच समाप्त होने के बाद मैंने टीवी बंद कर दी थी। परंतु मैं जब सुबह उठा तो मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि यह सब हुआ है। क्रिकेट में हारने वाली टीम को चुपचाप हार स्वीकार करना चाहिए और जीतने वाले को जश्न मनाना चाहिए। उन्हें एक दूसरे को कहने की क्या जरूरत है। मैं हमेशा से कहता आ रहा हूं कि ये लोग देश में एक आइकॉन है। लाखों लोग इन्हें फॉलो करते हैं। इसलिए जैसा ये करेंगे वैसा अन्य लोग भी करते हुए नजर आएंगे।
कड़ी सजा का हो प्रावधान
RCB और LSG के बीच मैच के दौरान हुए विवाद पर BCCI ने सख्त एक्शन लेते हुए गौतम गंभीर और विराट पर मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया है। सुनील गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग समेत कई दिग्गज इस दण्ड से खुश नहीं हैं। इन दिग्गजों का मानना है कि ऐसी हरकतों के लिए खिलाड़ियों पर मैच का प्रतिबंध लगाना चाहिए। इसके अलावा निलंबित करने का भी विकल्प मौजूद होना चाहिए ताकि ऐसी घटना दोबारा न घटित हो।
वीरेंद्र सहवाग ने क्रिकेट मैच के दौरान दी जाने वाली गालियों का जिक्र करते हुए कहा कि, मेरे बच्चे भी लिप्स रीड करना जानते हैं। उन्हें भी बेन स्टोक्स का मतलब पता है। अगर आप ऐसी बातें करेंगे तो मुझे बुरा लगता है। अगर मेरे बच्चे पढ़ सकते हैं तो और बच्चे भी ये चीजें सीख सकते हैं। उन्हें लगेगा कि अगर कोहली और गंभीर ऐसा बोल सकते हैं। तो ऐसा बोलने में कोई बुराई नहीं है।