वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच से पहले टीम इंडिया के उभरते सितारे शुभमन गिल ने भारतीय टीम मैनेजमेंट से ओपनिंग के बजाय नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने की मांग की थी। इस मांग के वक्त उन्होंने हेड कोच राहुल द्रविड़ से कहा था कि, उन्होंने पंजाब और इंडिया ए के खिलाफ ज्यादातर मुकाबलों में नंबर तीन या चार पर बल्लेबाजी की है। यही कारण है कि वह मध्यक्रम में खेलना चाहते हैं। टीम मैनेजमेंट ने शुभमन गिल की बात मानकर उन्हें नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने का मौका दे दिया। परंतु वह इस मौके को भुनाने में असफल रहे और नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए 11 गेंदों का सामना कर महज 6 रनों पर पवेलियन लौट गए।
लगातार अच्छी बल्लेबाजी कर रहे शुभमन गिल के वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच में कम स्कोर पर आउट हो जाने के बाद सवाल उठ रहे हैं। जिसको लेकर अब टीम इंडिया के बैटिंग कोच विक्रम राठौर ने स्पष्टीकरण दिया है। चेतेश्वर पुजारा के भारतीय टीम से बाहर जाने के बाद नंबर 3 के झगड़े को सुलझाने की कोशिश करते हुए विक्रम राठौर ने यह बताया कि हमारी टीम के पास इस समय ती सलामी बल्लेबाज है, तो ऐसे में उन में से किसी एक को नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने के लिए जाना ही होगा।
विक्रम राठौर का बयान
भारतीय टीम के बैंटिंग कोच विक्रम राठौर ने कहा कि शुभमन गिल ने खुद आकर नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने के लिए पूछा था। इसलिए उन्हें नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने की मंजूरी दी गई। उनके एक पारी के प्रदर्शन को देखकर नंबर तीन पर खेलने की क्षमता को जज नहीं किया जाना चाहिए। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विक्रम राठौर ने प्रेस से कहा कि, “पहले टेस्ट मैच के लिए हमारी प्लेइंग इलेवन में तीन ओपनर थे, इसलिए किसी एक को नंबर तीन पर खिलाना था। क्योंकि यह ऑफर सुमन गिल की ओर से आया और वह बोले कि कि उन्होंने अपना सारा क्रिकेट पंजाब और भारत ए के लिए नंबर 3-4 पर ही खेला है। रेड बॉल क्रिकेट में उनका यही असली बैटिंग पोजीशन है।”हम उन्हें केवल एक पारी के आधार पर नहीं परख सकते, उनके पास बहुत समय है वह जरूरत पड़ने पर मैदान पर टिके रहने और तेजी से रन बनाने की क्षमता रखते हैं। हमें नंबर तीन पर इसी तरीके के बल्लेबाज की जरूरत है।