भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला आगामी 7 से 11 जून के बीच इंग्लैंड के द ओवल में खेला जाना है। इस मुकाबले के मद्देनजर टीम इंडिया के खिलाड़ी इंग्लैंड पहुंचकर प्रैक्टिस सेशन में जमकर पसीना बहा रहे हैं। क्योंकि भारत को 10 साल के लंबे अंतराल के बाद एक ICC खिताब की उम्मीद है। ज्ञात हो कि भारत ने पिछला ICC टूर्नामेंट महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में चैंपियन ट्रॉफी के रूप में साल 2013 में जीता था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल मुकाबले को लेकर टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने रोहित शर्मा को एक अहम सुझाव दिया है।
संजय मांजरेकर का मानना है कि,WTC के फाइनल में बतौर विकेटकीपर टीम इंडिया के युवा बल्लेबाज ईशान किशन को मौका दिया जाना चाहिए। वह टीम के लिए अधिक उपयोगी साबित होंगे। दरअसल ईशान किशन को भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल के चोटिल होने के बाद भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा बनाया गया है। क्योंकि केएल राहुल जांघ में लगी चोट के कारण इस समय क्रिकेट एक्शन से दूर हो गए हैं।
संजय मांजरेकर का बयान
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने एक शो में कहा कि, “मैं फाइनल मुकाबले में ईशान किशन को खेलते हुए देखना पसंद करूंगा। मुझे पता है कि यह थोड़ा ‘आउट ऑफ बॉक्स’ वाला सुझाव है। परंतु मैंने केएस भरत को देखा है कि वह क्या कर सकते हैं। उनकी विकेटकीपिंग काफी अच्छी है परंतु वह थोड़ा धीमा बल्लेबाजी करते हैं। मुझे लगता है कि भारत को ऋषभ पंत की कमी खल रही है जिन्होंने पिछले दो सालों में टीम इंडिया के लिए न सिर्फ अच्छी विकेटकीपिंग की बल्कि रन भी बनाए हैं। अगर आप चाहते हैं कि भारत के बल्लेबाजी क्रम में ऋषभ पंत जैसा प्रभाव दिखे और विरोधी टीम पर दबाव बना रहे तो शायद ईशान किशन इसका हल हो सकते हैं।”
बताते चलें कि, ईशान किशन ने 48 फर्स्ट क्लास मैचों में 38.76 की औसत से 2985 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 99 कैच भी लपके हैं इसके अलावा 11 स्टंपिंग भी किए हैं। वहीं दूसरी तरफ केएस भरत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 4 टेस्ट मैच खेले थे। जिसके 6 पारियों में उनके बल्ले से महज 101 रन निकले थे। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम कौन से विकेटकीपर बल्लेबाज पर भरोसा दिखाएगी।
WTC के फाइनल के लिए भारतीय स्कॉवड
रोहित शर्मा (कप्तान), चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, शुभमन गिल, अजिंक्य रहाणे, केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, उमेश यादव, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, जयदेव उनादकट।
स्टैंडबाय खिलाड़ी: सूर्यकुमार यादव, यशस्वी जायसवाल और मुकेश कुमार।