क्या आपने इंटरनेशनल क्रिकेट में टीम इंडिया के दमदार प्रदर्शन के बीच 1 खास बात गौर करी है? क्या आपने यह गौर किया है कि..किस तरह..उत्तर प्रदेश..इस वक़्त टीम इंडिया की नई फ़ौज तैयार करने में एक अहम भूमिका निभा रहा है।
दरअसल..कई युवा सितारे यूपी की धरती से क्रिकेट की बारीकियां सीखने के बाद अब इंटरनेशनल स्टेज पर अपनी चमक बिखेर रहे हैं। अपना भौकाल जमा रहे हैं।
अब ऐसे में आइए इस ख़ास रिपोर्ट में नज़र डालते हैं टीम इंडिया के उन 4 युवा भौकाली खिलाड़ियों पर जिनकी जड़ें यूपी से जुड़ी हुई हैं, भले ही वह घरेलू क्रिकेट या लीग क्रिकेट (IPL) में किसी भी टीम का प्रतिनिधित्व क्यों ना कर रहे हों..लेकिन उनकी जड़े..उनका नाता उत्तर प्रदेश से है।
- रिंकू सिंह
• 5 बॉल पर 5 छक्का हो..या..महेंद्र सिंह धोनी के स्टाइल में मैच फिनिश करना..या..खूंटा गाड़ कर टीम को मज़बूत स्तिथि पर ले जाना हो..रिंकू सिंह हर कला में निपुण हैं।
• रिंकू सिंह जन्म 12 अक्टूबर 1997 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ था।
• रिंकू सिंह के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी।
• रिंकू के पिता खानचंद्र सिंह एक घर-घर सिलेंडर पहुंचाने का काम करते थे और उनके बड़े भाई ऑटो चलाकर गुजारा करते थे।
• रिंकू को बचपन से ही क्रिकेट में रूचि थी और बेहद गरीब और साधारण परिवार से होने के बावजूद उन्होंने अपनी लगातार मेहनत और लगन से क्रिकेटर बनने का सपना पूरा किया।
• अब इस वक़्त रिंकू सिंह धमाल भी मचा रहे..भौकाल भी जमा रहे और टीम इंडिया में जगह भी पा रहे। - यशस्वी जायसवाल
• इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज में दो डबल सेंचुरी के साथ रनों का अंबार लगाकर बाएं हाथ के बेहद प्रतिभाशाली बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने जबरदस्त सुर्खियां बटोरी हैं।
• यशस्वी घरेलू क्रिकेट में मुंबई की तरफ से खेलते हैं, लेकिन उनका जन्म यूपी के भदोही जिले के सुरियावां गांव में हुआ था।
• यशस्वी का परिवार बेहद गरीब था और पिता भदोही में हार्डवेयर की एक छोटी-सी दुकान चलाते थे।
• यशस्वी अपने छह भाई-बहनों में से चौथे नंबर पर हैं।
• देश के लिए खेलने का सपना लिए 11 साल की उम्र में ही अकेले मुंबई चले गए, जहां बेहद मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा।
• लेकिन, अपनी लगन और कड़ी मेहनत से आज बड़ा मुकाम हासिल कर चुके हैं।
• यशस्वी अब तक 3 टेस्ट की 6 पारियों में 545 रन बना चुके हैं जिनमें उनके दो दोहरे शतक भी हैं। - ध्रुव जुरेल
• टीम इंडिया के युवा विकेटकीपर बैटर ध्रुव जुरेल का ना सिर्फ यूपी के आगरा में जन्म हुआ है, बल्कि वह डोमेस्टिक क्रिकेट में यूपी के लिए खेलते भी हैं।
• ध्रुव जुरेल ने आगरा और नोएडा की अकेडमी में क्रिकेट की कोचिंग ली।
• ध्रुव जुरेल साल-2020 में अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के उपकप्तान भी थे।
• ध्रुव जुरेल ने राजकोट में अपने डेब्यू टेस्ट मैच में बतौर विकेटकीपर 46 रन की पारी खेलकर इतिहास रच दिया, क्योंकी यह 90 साल बाद किसी भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज की डेब्यू टेस्ट में सबसे बड़ी पारी थी। - सरफ़राज़ खान
• इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के तीसरे मुकाबले में सरफराज खान ने अपने टेस्ट करियर का आगाज किया।
• सरफराज डोमेस्टिक क्रिकेट में मुंबई की तरफ से खेलते हुए रनों का अंबार लगाकर लंबे समय से भारतीय टीम का दरवाजा खटखटा रहे थे।
• सरफराज का जन्म मुंबई में हुआ, लेकिन इस क्रिकेटर के परिवार का रिश्ता आजमगढ़ से है।
• कोविड के दौरान जब लॉकडाउन लगा तो सरफराज को उनके पिता नौशाद खान कानपुर लेकर आए, जहां उन्हें भारतीय टीम के स्पिनर कुलदीप यादव की गेंदों पर नेट प्रैक्टिस करने का काफी मौका मिला था।
• सरफराज खान ने राजकोट में डेब्यू मैच में ही अपने प्रदर्शन से छाप छोड़ी जिसमें उन्होंने दोनों पारियों में अर्धशतक जड़ा।
• पहली पारी में 62 रन बनाकर रन आउट हुए तो दूसरी पारी में नाबाद 68* रन की पारी खेली।