जब टी20 वर्ल्ड कप खेला जा रहा था तो टीम इंडिया अपनी विजयी पलाका लहराती हुई अंतिम मुकाबले पर धावा बोलने ही वाली थी। इससे पहले कप्तान रोहित शर्मा ने अपनी टीम को सूचित करते हुए कहा, ‘मैं इस पहाड़ पर अकेले नहीं चढ़ सकता।’ इसके बाद सभी खिलाड़ियों ने अपने कंधो पर भार उठाते हुए, अपना शत प्रतीशत योगदान दिया और अपनी टीम को चैंपियन बनाया। जैसे ही भातीय टीम ने द.अफ्रीका को हराकर ट्राफी अपने नाम की, वैसे ही टीम इंडिया के क्रिकेट इतिहास में 11 सालों बाद एक बार फिर से ICC की ट्राफी का उजाला देखने को मिला। इस प्रयास के पीछे की हकीकत का खुलासा सूर्यकुमार ने करते हुए एक बयान दिया।
सामने आया सूर्यकुमार यादव का बड़ा बयान
स्काई ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान अपने बयान में रोहित शर्मा की लीडिंग को लेकर कहा, “मैं(रोहित शर्मा) इस पहाड़ पर अकेले नहीं चढ़ सकता। अगर मुझे शिखर तक पहुंचना है, तो मुझे सभी की ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी।’ उन्होंने यह भी कहा, ‘जो भी है, पांव में, दिमाग में, दिल में (आपके पैरों, दिमाग और दिल में जो कुछ भी है), बस खेल में सब कुछ लाओ। अगर ऐसा होता है, तो हमें रात का पछतावा नहीं होगा।’ हम सभी भावुक हो गए।”
दरअसल, रोहित शर्मा द्वारा अपनी टीम को दिए गए इंस्पिरेशन से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन्होंने टीम के अंदर का जुनून जगाने के लिए कितना बड़ा प्रयास किया। आखिरकार कप्तान के इस प्रयास ने भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों के लिए एक मूलमंत्र का काम किया, जिसके चलते सभी खिलाड़ी अपना शतप्रतीशत योगदान देने के लिए अपने आपको कौंधते रहे और अपनी टीम को चैंपियन बनाए।