वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज गार्डन ग्रीनिज ने टी20 क्रिकेट को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने टी-20 और टेस्ट क्रिकेट को लेकर एक दिलचस्प तुलनात्मक टिप्पणी की है। क्रिकेट का साजो सामान बनाने वाली कंपनी BDM द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने के उद्देश्य से गार्डन ग्रीनिज भारत दौरे पर पहुंचे थे। उन्हें BDM ने सम्मानित करने के लिए भारत दौरे पर आमंत्रित किया था। पूर्व सलामी बल्लेबाज गार्डन ग्रीनिज BDM के बल्ले से ही बल्लेबाजी किया करते थे। 71 वर्षीय पूर्व ओपनर मौजूदा समय में वेस्टइंडीज के प्रदर्शन से काफी दुखी हैं। उनका मानना है कि वेस्टइंडीज अब बेहतर क्रिकेट नहीं खेल रहा है।
पूर्व क्रिकेटर ने जताई नाराजगी
गार्डन ग्रीनिज ने मीडिया से बातचीत में कहा की, “मुझे बहुत दुख होता था लेकिन अब मुझे दुख नहीं होता है। क्योंकि मैंने अब क्रिकेट देखना ही छोड़ दिया है।केवल अगर यह टेस्ट क्रिकेट है और केवल अगर यह एक युवा खिलाड़ी के बारे में है।जिसके बारे में मैंने सुना है तो हमारी कोशिश रहती है कि हम उस बच्चे को खेलते हुए देखे। और उस खिलाड़ी के बारे में जो महसूस करू उस पर फैसला कर सकूं। इसके अलावा उन्होंने टी-20 क्रिकेट को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।गार्डन ग्रीनिज ने कहा कि, निजी तौर पर मैं नहीं चाहता कि वनडे क्रिकेट हटा दिया जाए और सिर्फ टी20 क्रिकेट खेला जाए। मेरा मानना है कि टी20 क्रिकेट क्रिकेटरों का नहीं बल्कि दर्शकों का खेल है।इसमें क्रिकेटर जरूर खेलते हैं। लेकिन मेरी नजर में यह फास्ट फूड के समान है। असली क्रिकेट टेस्ट ही है।
गार्डन ग्रीनिज के करियर का संक्षिप्त विवरण
71 वर्षीय वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज गार्डन ग्रीनिज ने 22 नवंबर 1974 को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम पर भारत के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। जिसमें उन्होंने पहली पारी में 93 तथा दूसरी पारी में 107 रन बनाए थे। उस मैच में भारतीय टीम को 267 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। उसके बाद ग्रीनिज ने अपने टेस्ट करियर में 108 टेस्ट मैच खेलकर 7558 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 19 शतक, चार दोहरे शतक तथा 34 अर्धशतक लगाए। जिस दौरान उनका औसत 44.72 का रहा। इसके अलावा उन्होंने 128 एकदिवसीय मैचों में 11 शतक और 31 अर्धशतकों की मदद से 5134 रन बनाए। उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 25 मई 1991 को इंग्लैंड के विरुद्ध खेलकर क्रिकेट को अलविदा कहा।