बीते 9 अगस्त को वर्ल्ड कप 2023 के शेड्यूल में बड़ा बदलाव किया गया था।उस दौरान आगामी 5 अक्टूबर से शुरू हो रहे इस टूर्नामेंट के 9 मैचों के कार्यक्रम बदले गए थे। उस बदलाव को अभी 2 सप्ताह भी नहीं हुए हैं। उससे पहले ही एक बार फिर से शेड्यूल में बदलाव की खबरें सामने आ रही हैं। दरअसल आगामी वनडे वर्ल्ड कप में दो मुकाबले हैदराबाद में लगातार आयोजित होने हैं, जिसको लेकर हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन ने BCCI से इन मुकाबलों के आयोजन के बीच गैप देने का अनुरोध किया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक BCCI के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने HCA की इस मांग को ठुकरा दिया है।
आपको बता दें, वर्ल्ड कप 2023 के शेड्यूल में जब 9 कार्यक्रमों में बदलाव हुए थे, तो उस दौरान पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच हैदराबाद में 12 अक्टूबर को होने वाला मुकाबला 10 अक्टूबर आयोजित करने का निर्णय लिया गया था। जिसके चलते हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में अब लगातार दो दिन वर्ल्डकप मैच का आयोजन होना है। इस मैदान पर पहला मैच 9 अक्टूबर को न्यूजीलैंड और नीदरलैंड के बीच खेला जाएगा और उसके अगले ही दिन यानी 10 अक्टूबर को पाकिस्तान और श्रीलंका की भिड़ंत होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के एक अधिकारी ने कहा कि,”मैं यह नहीं कह सकता कि शेड्यूल में निश्चित रूप से ही बदलाव कर दिया जाएगा, लेकिन लगातार दो मैच होना आदर्श स्थिति नहीं है। मेरा मतलब है कि अगर BCCI पुनर्विचार कर रही है तो यह बेहतर होगा। हमें सुरक्षा एजेंसियों के साथ काम करना होगा, कोई भी व्यक्ति चाहेगा कि दो वर्ल्ड कप मैचों के बीच कम से कम 1 दिन का गैप हो, हम अभी भी सुरक्षा एजेंसियों से यह देखने के लिए बातचीत कर रहे हैं, यह संभव है या नहीं। साथ ही हम BCCI को भी अपने लूप में रख रहे हैं। BCCI पूरी तरीके से जानता है कि, हम क्या करने की कोशिश कर रहे हैं।”
हालांकि BCCI के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने एक आधिकारिक बयान में वर्ल्डकप के शेड्यूल में किसी भी प्रकार के बदलाव की संभावना को एक सिरे से खारिज कर दिया है। राजीव शुक्ला ने कहा कि,”वर्ल्ड कप के लिए मैं हैदराबाद वेन्यू का इंचार्ज हूं,अगर किसी भी प्रकार की समस्या होती है, तो मैं उसे हल करने की कोशिश करूंगा, परंतु वर्ल्ड कप के शेड्यूल में बदलाव करना आसान नहीं है और इसकी संभावना भी नहीं है। केवल BCCI शेड्यूल में बदलाव नहीं कर सकता है, इसके लिए उसे ICC और प्रतिभा करने वाली टीमों से भी बातचीत करना पड़ता है।”