दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच हुए महा मुकाबले में राजस्थान ने एक तरफा जीत हासिल की, जिसमें बल्लेबाज रियान पराग ने राजस्थान की बल्लेबाजी का नेतृत्व करते हुए मात्र 45 गेंद में 84 रन की लाजवाब पारी खेली। दिल्ली कैपिटल्स की टीम को लगातार अपने दूसरे मैच में शिकस्त का सामना करना पड़ा और इस हार ने कहीं ना कहीं दिल्ली के फैंस और फ्रेंचाइजी दोनों को निराश किया है।
क्या रही हार की मुख्य वजह -पहले मैच की कहानी –
दिल्ली कैपिटल्स की टीम का पहला मैच पंजाब किंग्स टीम के विरुद्ध रहा, जिसमें पूरी टीम ने 174 रन का स्कोर बनाया जवाब में पंजाब की टीम ने 6 विकेट खोकर 19.4 ओवर में यह लक्ष्य हासिल कर लिया। दिल्ली की तरफ से केवल अभिषेक पोरेल ने अच्छी पारी खेली और 10 बॉल में 32 रन बनाकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
कमबैक किंग ऋषभ हो रहे लगातार फ्लॉप
कमबैक किंग ऋषभ पंत दिल्ली टीम के कप्तान भी हैं और पिछले कई महीनो से क्रिकेट से दूर रहने के बाद उनके खेल पर भी काफी बुरा असर पड़ता दिखाई दे रहा है। ऋषभ पंत ने अपने दो मैचों में लगातार फॉर्म ढूंढने का प्रयास किया है, लेकिन इसमें वे असफल ही रहे हैं। अपने पहले मैच में ऋषभ ने 13 गेंद में 18 रन और दूसरे मैच में 26 गेंद में 28 रन की धीमी परियां खेली, जिससे टीम को मजबूती नहीं दिला सके और दिल्ली को हार का सामना करना पड़ा।
विदेशी खिलाड़ियों ने दिखाया दम
दिल्ली कैपिटल्स की टीम भले ही अपने शुरुआती दोनों में हार गई है, लेकिन उनके लिए पॉजिटिव बात यह है कि उनके विदेशी खिलाड़ियों ने मैदान में भरपूर चौंके-छक्के जमाए। राजस्थान के खिलाफ मैच में सबसे पहले सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने 34 गेंद पर पांच चौंके और तीन जोरदार छक्कों की मदद से 43 रन बनाए और मिचेल मार्श 12 गेंद में 23 के साथ जबरदस्त सलामी साझेदारी की जिससे दिल्ली की टीम को बेहतर शुरुआत मिली।23 साल के युवा बल्लेबाज ट्रिस्टन स्ट्ब्स ने भी 23 बॉल में 44 रन की धमाकेदार पारी खेलकर टीम को लगातार लक्ष्य की तरफ बढ़ाया,लेकिन वह टीम को राजस्थान के खिलाफ जीत दिलाने में सफल नहीं हो सके।
पृथ्वी शॉ को देना चाहिए मौका
आईपीएल 2024 के शुरुआती मैचों में मिली हार के बाद भी दिल्ली कैपिटल्स टीम के पास वापसी का अच्छा मौका है। फ्रेंचाइजी को कुछ बड़े बदलाव करने होंगे, जिसमें भारतीय सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को मौका दिया जा सकता है। शॉ के टीम में आने से टीम का संतुलन बेहतर होगा और शुरुआती साझेदारी से बड़े स्कोर तक पहुंचने में मदद भी मिलेगी। उम्मीद है कि दिल्ली की टीम जल्द ही अपनी जीत की लय प्राप्त करेगी।