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जब तक तोड़े नहीं, तब तक छोड़े नहीं, लेकिन जीत के बाद खुद टूटे Rinku Singh झाड़ू पोछा लगाने से लेकर पिता के संघर्ष को किया याद

Rinku Singh नहीं Rinku King कहिए जनाब या फिर आप इन्हें Lord Rinku भी बुला सकते हैं। कल KKR के बल्लेबाज़ रिंकू सिंह ने आखिरी ओवर में 5 गेंदों में 5 छक्के लगाकर एकदम से वक़्त बदल दिया जज़्बात बदल दिए। रिंकू सिंह ने KKR को जो जीत दिलाई उसका भरोसा स्टैंड में बैठी जूही चावला और डगआउट में बैठे उनके साथी खिलाड़ियों तक को नहीं हो रहा था।

गुजरात को तोड़ते-तोड़ते खुद टूट रिंकू सिंह
लेकिन गुजरात को तोड़ते तोड़ते रिंकू सिंह खुद टूट गए। KKR की ऐतिहासिक इस जीत के बाद रिंकू सिंह का दर्द छलक उठा। क्यों रिंकू सिंह हुए भावुक और किसे दिया रिंकू सिंह ने इस जीत का इस पारी का श्रेय आइए जानते हैं…

रिंकू सिंह ने किसे दिया जीत का श्रेय
गुजरात टाइटन्स के खिलाफ 5 गेंदों में 5 छक्के जड़ कर आज IPL के नए हीरो बन चुके रिंकू सिंह जीत के बाद बेहद भावुक दिखे। और जीत के लिए लगाए गए हर एक छक्के को रिंकू सिंह ने अपने परिवार को समर्पित किया। क्योंकी रिंकू सिंह के परिवार ने भी उनके साथ बहुत संघर्ष किया है।

भावुक रिंकू सिंह ने सुनाई अपनी संघर्ष भरी कहानी…
21 गेंदों में 6 छक्कों की मदत से 48 रन की आतिशी पारी की बदौलत रिंकू सिंह को मैन आफ द मैच के अवार्ड से नवाज़ा गया जिस दौरान रिंकू सिंह भावुक हो गए और उन्होंने नम आँखों से अपनी संघर्ष भरी कहानी सुनाई। रिंकू सिंह ने कहा, “मुझे यकीन था कि मैं यह कर सकता हूँ। पिछले साल मैं लखनऊ में ऐसी ही स्थिति में था। विश्वास तब भी था। मैं ज्यादा सोच नहीं रहा था बस एक के बाद एक शॉट लगाते चला गया। मेरे पिता ने बहुत संघर्ष किया, मैं एक किसान परिवार से आता हूं। हर गेंद जो मैंने मैदान से बाहर मारी वह उन लोगों को समर्पित थी जिन्होंने मेरे लिए इतना बलिदान दिया।”

कोचिंग में पोछा लगाने का किया काम…
आपको बता दें रिंकू सिंह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के बेहद गरीब परिवार से आते हैं। उनके पिता घरों में गैस सिलेंडर को पहुंचाने का काम करते थे और भाई ऑटो रिक्शा चलाते हैं। गरीब परिवार के होने की वजह से उनपर पैसा कमाने की जिम्मेदारी काफ़ी जल्द आ गई थी। ऐसे में जब रिंकू काम ढूंढ़ने निकले तो उन्हें एक कोचिंग में झाड़ू-पोछा लगाने का काम मिला। गौरतलब है कि उन्होंने यह काम ज्यादा दिन नहीं किया। इसके कुछ साल बाद उन्हें अंडर-19 टीम में भी खेलने का मौका मिला। इसके बाद देखते ही देखते उन्होंने रणजी टीम में भी अपनी जगह बना ली। IPL 2017 के ऑक्शन में रिंकू सिंह को पंजाब किंग्स ने 10 लाख रुपये में खरीदा था। हालांकि इसके बाद उनको 2018 में KKR ने 80 लाख रुपये की मोटी रकम देकर अपने नाम किया था। बस वहीं से उनकी तकदीर बदल गई। हालांकि रिंकू लाइमलाइट में तो पिछले साल ही लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ ताबड़तोड़ पारी खेलकर आ गए थे। वहीं अब उन्होंने गुजरात के खिलाफ 5 छक्के जड़ बवाल काट दिया।

हार के जीतने वाले को रिंकू किंग कहते हैं
अब बात अगर कल के मैच की करी जाए तो पहले बल्लेबाजी करते हुए गुजरात टाइटन्स ने 204 रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया था। इसमें Sai Sudharsan ने 53 रन और Vijay Shankar ने नाबाद 63 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। इसके अलावा Shubman Gill ने भी 39 रनों की अच्छी पारी खेली थी। 205 रनों का पीछा करने उतरी कोलकाता नाईट राइडर्स की टीम की शुरुआत बेहद ख़राब रही उन्होंने सस्ते में अपने ओपनर्स को खो दिया। इसके बाद नितीश राणा ने 45 और वेंकटेश अय्यर ने 83 रन की एहम पारी खेली और इनके आउट होने के बाद फील्ड पर आए रिंकू किंग यानी लार्ड रिंकू। और उन्होंने हारा हुआ मैच KKR को जीता दिया।

और ये साबित कर दिया कि हार के जीतने वाले को रिंकू किंग कहते हैं।

वैसे क्या आपके हिसाब से रिंकू सिंह इस बार KKR को IPL विजेता बनाने में एहम भूमिका निभाएंगे? हमें ज़रूर बताएं…

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