भारत वर्सेज इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे चौथे टेस्ट मुकाबले के तीसरे दिन अंग्रेजी टीम के हरफनमौला खिलाड़ी जो रूट बल्लेबीज करते हुए रविचंद्रन अश्विन की गेंद का शिकार हो गए, जब इस मामले का अंग्रेजी टीम द्वारा रिव्यू लिया गया तो DRS के बाद भी रूट को LBW आउट करार दे दिया गया, इस प्रक्रिया के चलते क्रिकेट जगत में हलचल मचता देख इंग्लैंड टीम के पूर्व कप्तान माइकल वॉन की एंट्री हो गई और वान ने डीआरएस निर्णय में पारदर्शिता लाने के लिए बड़ा सुझाव दे डाला।
दरअसल, इस टेस्ट श्रृंखला के दौरान DRS से सम्बंधित कइ बार विवादास्पद परिस्थितिया देखने को मिल चुकी हैं, वहीं अब इंग्लैंड टीम के पूर्व कप्तान माइकल ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए टेस्ट मैच स्पेशल पॉडकास्ट पर सुझाव देते हुए कहा, “मैं यह नहीं कह रहा हूं कि कोई धोखा दे रहा है। मैं इसका उत्तर देने का प्रयास कर रहा हूँ जब कोई निर्णय लिया जाता है और हम सभी उससे असहमत होते हैं। यदि हॉक-आई पर मौजूद व्यक्ति पर नजर रख कर किया जाता है तो इससे शोर शांत हो जाता है।”
वॉन ने इस मामले का साधारण सा सुझाव देते हुए कहा, “यहां पारदर्शिता और जवाबदेही को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए एक सरल समाधान है, कमरे में एक कैमरा और माइक्रोफोन चिपका दें ताकि जब कोई निर्णय लिया जा रहा हो, तो हम सभी जानते हैं कि वास्तव में क्या हो रहा है और इसमें कितने लोग शामिल हैं। जिस रूम से डीआरएस के फैसले लिए जाते हैं वहां पर कैमरा और माइक्रोफोन चिपका दिए जाएं ताकि जब फैसला हो रहा हो तो सबको पता चल सके कि उस रूम में क्या हो रहा है।”