भारतीय टीम को इंदौर में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा है।इस मैच में मिली हार के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों की कम और पिच की अधिक आलोचना हो रही है। इसकी वजह यह है कि आस्ट्रेलिया की तरफ से इंदौर टेस्ट में आठ विकेट लेने वाले स्पिन गेंदबाज नाथन लियोन के सामने अधिकतर भारतीय बल्लेबाज संघर्ष करते हुए नजर आए। इन सबके चलते टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कर काफी नाराज हैं। पहले उन्होंने इंदौर की पिच को ICC द्वारा मिले खराब रेटिंग को लेकर नाराजगी जताई थी। पिच को लेकर उन्होंने एक बार फिर से बयानबाजी की है।
इंडिया टुडे से बातचीत में सुनील गावस्कर ने कहा कि, आप ऐसी पिच चाहते हैं जहां गेंद और बल्ले के बीच संतुलन बना रहे। ऐसी पिच होनी चाहिए जहां शुरुआती दिनों में नई गेंद से गेंदबाजों को कुछ मदद मिले। इसके बाद तीसरे एवं चौथे दिन गेंद थोड़ा बहुत टर्न हो। उन्होंने कहा कि, “मैं नहीं जानता अहमदाबाद में क्या कुछ होने वाला है। यदि अहमदाबाद की पिच टर्न वाली होती है। तो भारत को जीत हासिल करने में आसानी होगी। परंतु इसमें एक बार फिर से पिच को डिमेरिट अंक मिलने का खतरा है।”
क्या अधिक सफेद बाल क्रिकेट खेलने के कारण बल्लेबाज टर्निंग ट्रैक पर खेलने में असफल हो रहे हैं?
इस सवाल के जवाब में सुनील गावस्कर ने कहा कि,”मुझे ऐसा नहीं लगता कि सफेद बाल क्रिकेट खेलने की वजह से बल्लेबाज टर्निंग ट्रैक पर खेलने की क्षमता नहीं रखते हैं। ऐसी पिचों पर रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा जैसे खिलाड़ी रन बना सकते हैं। हां यह जरूर है कि चेतेश्वर पुजारा सफेद बॉल क्रिकेट नहीं खेलते हैं। परंतु यह कहना सही नहीं होगा कि आजकल के खिलाड़ी टर्निंग पिच पर नहीं खेल पा रहे हैं।’
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का चौथा मुकाबला 9 मार्च से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर खेला जाएगा। टेस्ट सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल कर टीम इंडिया अच्छी स्थिति में है। परंतु वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश करने के मद्देनजर भारत के लिए चौथे टेस्ट जीतना जरूरी है।