विमेंस प्रीमियर लीग के प्रथम संस्करण में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को लगातार चौथे मुकाबले में शर्मनाक तरीके से हार का सामना करना पड़ा है। शुक्रवार शाम ब्रेबोर्न स्टेडियम पर खेले गए मुकाबले में यूपी वारियर्स ने उसे 10 विकेट से करारी शिकस्त दी।WPL में RCB का सफर अबतक निराशाजनक रहा है। स्मृति मंधाना की अगुवाई वाली RCB को इस टूर्नामेंट में पहले मुंबई, दिल्ली और गुजरात के हाथों हार का सामना करना पड़ा और अब उसे यूपी वारियर्स ने 10 विकेट से हराकर मुश्किल में डाल दिया है। जिसके बाद कहा जा रहा है कि IPL की पुरूषों वाली फ्रेंचाइजी RCB की तरह WPL में महिला RCB का भी भाग्य साथ नहीं दे रहा है। परन्तु आइए जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर किस वजह से RCB को हार का सामना करना पड़ रहा है?
खराब कप्तानी
WPL में आरसीबी के कप्तान स्मृति मंधाना अभी तक एक बेहतर कप्तान बनकर अपनी टीम की अगुवाई करती हुई नजर नहीं आई हैं। उन्होंने पिछले चार मुकाबलों के दौरान अपनी टीम में कई बार फेरबदल किए हैं। जिसका सकारात्मक परिणाम आरसीबी को नहीं मिला है।लगातार प्लेइंग इलेवन में बदलाव करने के कारण उन्हें बेंगलुरु के प्रशंसकों ने भी आड़े हाथ लिया है।
स्टार खिलाड़ियों का सदुपयोग नहीं
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की पुरुष टीम की बात करें तो उसके पास भी हमेशा से क्रिस गेल, एबी डी विलियर्स, विराट कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ियों की भरमार रही है। परंतु उसके बावजूद वह आजतक एक भी आईपीएल खिताब नहीं जीत सका है। जबकि दूसरी तरफ WPL के लिए RCB के पास स्मृति मंधाना, एलिस पैरी, हेदर नाइट, ऋचा घोष जैसे स्टार खिलाड़ियों की भरमार है। परंतु फिर भी उसे लगातार चौथे मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि वह अपने स्टार खिलाड़ियों का सदुपयोग करने में एक बार फिर से असफल साबित हो रही है।
कमजोर गेंदबाजी यूनिट
RCB की पुरानी परंपरा रही है कि इस फ्रेंचाइजी ने बल्लेबाजों को अधिक तवज्जो दिया है। जिस कारण इनके पास कभी भी एक अच्छी गेंदबाजी यूनिटी नहीं तैयार हो सकी है।WPL में भी यह कमी झलक रही है।RCB में इस वक्त कोई अनुभवी गेंदबाज नहीं है। जिसका फायदा उठाकर अन्य टीमें उसके खिलाफ एक बड़ा स्कोर करने में सफल साबित हो रही है।