जहां एक तरफ भारतीय क्रिकेट टीम बॉक्सिंग टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका का सामना करने के लिए तैयार है। वहीं दूसरी तरफ पड़ोसी देश पाकिस्तान बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया का सामना कर रहा है। ऐसे में बॉक्सिंग डे नाम बेहद चर्चा में है। ‘बॉक्सिंग’ जैसा कि नाम से स्पष्ट होता है कि, इसका संबंध मुक्केबाजी से हो सकता है। इसलिए कई लोग इसे मुक्केबाजी से जोड़कर देखने लगते हैं। लोगों को लगता है कि, बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के दिन दोनों टीमों के बीच सांकेतिक रूप से कुछ इस प्रकार का क्रियाकलाप होता है, जिसके चलते इसे बॉक्सिंग डे टेस्ट कहा जाता है।
परंतु यह जानकर आप बेहद हैरान होंगे की बॉक्सिंग डे का मुक्केबाजी से कोई लेना-देना नहीं है। यह नाम किसी और कारणवश पड़ा है। आइए जानने का प्रयास करते हैं कि, आखिर इस बॉक्सिंग डे का पूरा माजरा क्या है?
दरअसल 25 दिसंबर को क्रिसमस डे मनाया जाता है, इस दिन अधिकतर ईसाई प्रधान देशों में सार्वजनिक अवकाश होता है, परंतु सेना, सुरक्षा, बिजली आपूर्ति…,जैसे कुछ आवश्यक कार्य ऐसे होते हैं, जिसके चलते इस दिन कई लोगों को छुट्टियां नहीं मिल पाती हैं। ऐसे में उन्हें अगले दिन यानी 26 दिसंबर को प्रोत्साहित करने के लिए ‘बॉक्स’ में गिफ्ट पैक करके दिया जाता है। जिसके चलते क्रिसमस डे के अगले दिन को बॉक्सिंग डे कहा जाने लगा। इसी तर्ज पर क्रिसमस डे के अगले दिन खेले जाने वाले टेस्ट मैच का नाम बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच पड़ गया।
बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के इतिहास की बात करें, तो 1865 में विक्टोरिया और न्यू साउथ वेल्स के बीच शेफील्ड शील्ड फर्स्ट क्लास मैच के दौरान इस टेस्ट मैच की शुरुआत हुई थी। जबकि आधुनिक क्रिकेट में आधिकारिक रूप से साल 1980 में एशेज श्रृंखला के दौरान ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पहला बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच खेला गया, जिसमें ढेर सारे दर्शक उपस्थित हुए थे।