ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट में एक बड़ा नाम रहे शेन वॉट्सन आज अपना 42 वां जन्मदिन मना रहे हैं। शेन वॉट्सन ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से न सिर्फ आस्ट्रेलिया टीम के लिए ढेर सारे मुकाबले खेलते हुए उसे जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। बल्कि उनके क्रिकेट करियर का एक बड़ा हिस्सा भारत में खेला जाने वाला इंडियन प्रीमियर लीग भी रहा है।शेन वॉट्सन ने IPL में लंबे समय तक चेन्नई सुपर किंग्स का प्रतिनिधित्व किया है। इस दौरान उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स को कई मुकाबले जिताए हैं। इन सबके बीच चेन्नई सुपर किंग्स के लिए वॉट्सन के बल्ले से निकली एक ऐसी पारी का आज हम जिक्र कर रहे हैं। जिसे याद कर आप भी खेल और अपनी टीम के लिए शेन वॉटसन के जज्बे और जुनून के मुरीद हो जाएंगे।
मुंबई से अकेले भिड़ गए वॉटसन
12 मई 2019, हैदराबाद में IPL 2019 के फाइनल मुकाबले में मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स की टीमें आमने-सामने थी। इस मैच में मुंबई इंडियंस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर 149 रन बनाए थे। वैसे तो देखने में यह लक्ष्य काफी छोटा था। परंतु मुंबई इंडियंस के गेंदबाजों ने ऐसी गेंदबाजी की। बेहद छोटे से लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स के पसीने छूट गए। इस मुकाबले में धाकड़ बल्लेबाज सुरेश रैना, अंबाती रायडू और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और रविंद्र जडेजा मिलकर महज 16 रन बना पाए और CSK का पूरा मिडिल ऑर्डर लड़खड़ता हुआ नजर आया। जहां दूसरे छोर पर चेन्नई सुपर किंग्स का कोई भी बल्लेबाज टिकने को तैयार नहीं था वहीं इस मुकाबले में शेन वाटसन ने एक छोर संभाले रखा और इस मैच को अंत तक ले गए।
खून से लथपथ वाट्सन ने हारकर भी जीता दिल
IPL 2019 के फाइनल मुकाबले में दूसरी पारी के दौरान शेन वॉट्सन ने 59 गेंदों पर 80 रनों की धमाकेदार पारी खेली। इस दौरान उन्होंने अपना विकेट बचाने के लिए एक ड्राइव लगाया और उनका घुटना चोटिल हो गया। चोटिल होने के बाद वॉट्सन के बाएं घुटने से खून निकलता रहा और वह खून से लथपथ अपनी पारी को आगे बढ़ाते रहें। हालांकि अंत में यह मुकाबला उनके फेवर में नहीं गया। क्योंकि सीएसके को अंतिम ओवर में 9 रनों की जरूरत थी।वॉट्सन के क्रीज पर मौजूद होने के कारण चेन्नई सुपर किंग्स की जीत सुनिश्चित नजर आ रही थी। परंतु लसिथ मलिंगा के एक बेहतरीन यार्कर ने अंत में वॉट्सन को पवेलियन का रास्ता दिखाते हुए मैच का रुख बदल दिया और वह इस मुकाबले को 1 रन से गंवा बैठे। भले ही इस मैच में शेन वॉटसन अपनी टीम को जीत दिलाने में सफल नहीं हो सके हों परंतु उन्होंने अपने लड़ने के जज्बे से सभी का दिल जीत लिया।