वर्ल्ड कप 2023 में कमाल का प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड की टीम ने सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की है। 15 नवंबर यानी बुधवार के दिन मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल मैच खेला जाने वाला है। पिछले वर्ल्ड कप की उपविजेता रही न्यूजीलैंड की टीम एक बार फिर से फाइनल में प्रवेश करने की राह पर है। न्यूजीलैंड को इस बार सेमीफाइनल में पहुंचाने में मिडिल ऑर्डर बैट्समैन रचिन रवींद्र ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रचिन रवींद्र ने इस वर्ल्ड कप में 3 शतक और 2 अर्धशतक लगाए हैं। उन्होंने 108.44 की स्ट्राइक रेट और 70.62 की औसत से 565 रन बनाए हैं।वह गोल्डन बैट की रेस में तीसरे पायदान पर हैं।
24 वर्षीय क्रिकेटर रचिन रवींद्र अपने शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन के चलते जब चर्चा में आए तो उनके नाम को लेकर तरह-तरह के दावे किए गए, भारतीय नामों से मिलता-जुलता नाम होने के कारण यह कहा जा रहा था कि,रचिन का नाम भारत के दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के नाम को मिलकर बना है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह बात कही गई थी और दावा किया गया था कि, रचिन रवींद्र के माता और पिता दोनों सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के बहुत बड़े फैन हैं। इसलिए उन्होंने इन दोनों क्रिकेटरों के नामों को मिलाकर उनका नामकरण किया था।
इसको लेकर अब एक बड़ी जानकारी सामने आई है।रचिन रविंद्र के पिता ने इन दावों का खंडन कर दिया है। उनका कहना है कि, रचिन का नाम उनकी पत्नी ने जरूर रखा था, परंतु उन दोनों के बीच इसको लेकर किसी भी तरीके का विमर्श नहीं हुआ था।
द प्रिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक रचिन रवींद्र के पिता ने कहा कि, ‘जब रचिन पैदा हुए थे तब मेरी बीवी ने यह नाम रखा था। हम लोगों ने उनके इस नाम को लेकर ज्यादा बातचीत नहीं की थी। ऐसा इसलिए भी क्योंकि यह नाम सुनकर काफी अच्छा लग रहा था और बोलने में भी काफी आसान और छोटा था। इसलिए हमने यही नाम रखने का फैसला किया। हमने यह नाम इस सोच से नहीं रखा था कि हमारा बच्चा क्रिकेटर बनेगा या उसी की तरह कुछ और बनेगा।’
बताते चलें कि,रचिन रविंद्र के पिता रवि कृष्णमूर्ति बेंगलुरु से ताल्लुकात रखते हैं। वह मूल रूप से भारतीय हैं। परन्तु बाद में वे न्यूजीलैंड शिफ्ट हो गए थे। लम्बे समय तक न्यूजीलैंड में रहने के चलते उन्होंने वहां की नागरिकता ले ली थी।