ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ ओपनर डेविड वॉर्नर भले ही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के अंतिम दो टेस्ट मैचों से बाहर हो गए हैं। परंतु उनकी आलोचनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। डेविड वॉर्नर की आलोचना करने में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। इस बीच रिकी पोंटिंग ने डेविड वॉर्नर के रिटायरमेंट को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। रिकी पोंटिंग ने कहा कि डेविड वॉर्नर को बॉक्सिंग डे टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार दोहरा शतक जमाने के साथ सम्मानजनक रिटायरमेंट ले लेना चाहिए था। परंतु उन्होंने ऐसा न करके इस मौके को गंवा दिया।वार्नर का वह 101 वां टेस्ट मैच था। पूर्व कप्तान के इस बयान से ऐसा लग रहा है कि डेविड वॉर्नर उनकी आंखों के किरकिरी बन गए हैं। यह पहली बार नहीं है इससे पहले भी वह डेविड वॉर्नर की आलोचना करने के साथ सन्यास लेने की हिदायत दे चुके हैं।
अगले 1 वर्ष तक काफी क्रिकेट खेलूंगा
रिटायरमेंट को लेकर किए गए सवाल के जवाब में डेविड वॉर्नर ने पिछले दिनों कहा था कि, “मैंने हमेशा से एक बात कही है कि मैं साल 2024 तक क्रिकेट खेलना चाहता हूं। यदि आस्ट्रेलिया टीम के सिलेक्टर्स को ऐसा लगता है कि टेस्ट क्रिकेट के लिए मैं फिट नहीं हूं तो मेरा पूरा ध्यान वनडे और टी-20 फॉर्मेट पर केंद्रित रहेगा। अगले 12 महीने तक मैं काफी क्रिकेट खेलने वाला हूं। यदि मैं अच्छा प्रदर्शन करता रहूंगा तो मेरी जगह टीम में हमेशा बन रहेगी।”
वार्नर के प्रदर्शन से नाराज पोंटिग
बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज के दौरान वार्नर के खराब प्रदर्शन से नाराज पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने RSN रेडियो से बातचीत में कहा कि, “मैंने उनकी बात सुनी है,वे जिस सीजन की बात कर रहे हैं वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के बाद खत्म हो जाएगा। मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया टीम उन्हें WTC के फाइनल तक अपने साथ रखना चाहेगी।” हालांकि इस दौरान रिकी पोंटिंग ने यह भी कहा कि, डेविड वॉर्नर टीम से ड्रॉप होकर अपने करियर को समाप्त करना नहीं चाहते हैं। परंतु एक बल्लेबाज के लिए उसके द्वारा बनाया गया रन ही उसका असली दौलत है। यदि बैट से रंग नहीं निकलेंगे तो परेशानी बढ़ेगी।
बताते चलें कि डेविड वॉर्नर अपनी कोहनी के फ्रैक्चर होने के कारण बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी को बीच में छोड़कर स्वदेश लौटे हैं। उन्होंने पहले दो टेस्ट मैचों में क्रमश:1,10 और 15 रन बना पाए थे।