ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अभी हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच में भले ही जीत दर्ज की है। परंतु अब उसे एक बड़ा झटका लगा है। दरअसल पहले टेस्ट के दौरान इस्तेमाल की गई गाबा की पिच को ICC ने ‘औसत दर्जे से नीचे’ करार दिया है।ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 1-0 की बढ़त लेने के लिए पहला टेस्ट मैच छह विकेट से जीता था। दोनों पक्षों के बीच यह मैच दो दिनों के भीतर खत्म हो गया था, इन दो दिनों में 34 विकेट गिरे थे।
पिच को लेकर हुई थी आलोचना
पहले टेस्ट में मिली हार के बाद गाबा के पिच की दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर सहित कई दिग्गजों ने आलोचना की थी।डीन एल्गर ने कहा था कि “मुझे नहीं लगता कि यह बहुत अच्छा टेस्ट विकेट था।”जिसके बाद आज मैच रेफरी रिची रिचर्डसन के एमिरेट्स पर ICC एलीट पैनल ने पिच को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की। जिसमें कहा गया कि, इस टेस्ट मैच के लिए गाबा की पिच गेंदबाजों के पक्ष में थी। अतिरिक्त उछाल और कभी-कभी अत्यधिक सीम मूवमेंट था। विषम डिलीवरी भी दूसरे दिन कम रही, जिससे बल्लेबाजों के लिए साझेदारी कर पाना बहुत मुश्किल हो गया। आगे उन्होंने कहा कि ” पिच ICC के दिशानिर्देशों के अनुसार” औसत से नीचे “था, क्योंकि यह बल्ले और गेंद के बीच एक समान प्रतियोगिता नहीं थी।”
विरेंद्र सहवाग ने जताई थी नाराजगी
महज 2 दिन के अंदर टेस्ट मैच खत्म होने पर भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग भड़क उठे थे। उन्होंने खराब एवं अपने मनमाफिक पिच बनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया को लताड़ लगाई थी। सहवाग ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा कि ’त्वाडा कुत्ता कुत्ता,साडा कुत्ता टॉमी’ पाखंड की भी सीमा होती है। इस पोस्ट में उनका निशाना ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड पर था। क्योंकि भारतीय सरजमीं पर पूर्व में खेले कई टेस्ट मैच 3 दिन के भीतर खत्म हो गए थे। जिस पर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने नाराजगी जताई थी। इसके अलावा वीरेंद्र सहवाग ने टि्वटर हैंडल पर भी अपनी नाराजगी जताई थी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा था कि,”142 ओवर और 2 दिन कोई टेस्ट मैच न चले और किस तरह की पिचों की जरूरत है, इस पर व्याख्यान देने की उनकी धृष्टता है। अगर यह भारत में होता, तो इसे टेस्ट क्रिकेट का अंत, टेस्ट क्रिकेट को बर्बाद करने और न जाने क्या-क्या कहा जाता। पाखंड चल रहा है।”
डीमेरिट का प्रभाव
औसत से नीचे का रेटिंग प्राप्त होने के कारण, पिच को ICC पिच और आउटफील्ड निगरानी प्रक्रिया के तहत एक डिमेरिट अंक प्राप्त हुआ है।यह डिमेरिट अंक पांच साल की अवधि तक सक्रिय रहता है। और जब किसी पिच को पांच डिमेरिट अंक प्राप्त हो जातें है। तो उसे 12 महीने की अवधि के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी से निलंबित कर दिया जाता है। हालांकि अभी गाबा की पिच को केवल एक डिमेरिट अंक प्राप्त हुआ है।