मंगलवार को IPL 2024 के लिए हुए मिनी ऑक्शन में जहां कैप्ड खिलाड़ियों का बोलबाला देखने को मिला। और मिशेल स्टार्क के रूप में इस लीग को अपने इतिहास का सबसे महंगा खिलाड़ी मिला। जिसे कोलकाता नाइट राइडर्स ने 24.75 करोड़ रुपए में खरीदा। वहीं यह मिनी ऑक्शन अनकैप्ड खिलाड़ियों के लिए भी नए अवसर लेकर आया। कई अनकैप्ड खिलाड़ियों पर भी करोड़ों की बोली लगी। जिसमें से एक नाम घरेलू क्रिकेट के धाकड़ बल्लेबाज शुभम दुबे का भी है। शुभम दुबे को राजस्थान रॉयल्स ने 5.8 करोड रुपए की बड़ी बोली लगाकर अपने खेमे में शामिल किया है।
शुभम दुबे कल रातों-रात भले ही करोड़पति बन चुके हैं। लेकिन महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के रहने वाले शुभम दुबे का जन्म बेहद गरीब परिवार में हुआ था। टाइम्स आफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक उनके पिता बद्रीप्रसाद दुबे नागपुर में एक पान की दुकान चलते थे। जिससे पारिवारिक खर्च का वाहन करना बेहद मुश्किल था। ऐसे में एक समय ऐसा भी था कि, उनके पास ग्लब्स खरीदने के भी पैसे नहीं थे।
शुभम दुबे ने ऑक्शन में चुने जाने के बाद अपने संघर्षों की कहानी सुनाई है। स्टार बल्लेबाज ने बताया कि,“मुझे विश्वास नहीं हो रहा है। मैंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) में अच्छा प्रदर्शन किया। इसलिए, मुझे नीलामी में चुने जाने की उम्मीद थी। हालांकि, सच कहूं तो, मुझे इतनी बड़ी रकम की उम्मीद नहीं थी।”
शुभम दुबे ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताया कि,“उस समय हमारी वित्तीय स्थिति वास्तव में खराब थी। सुदीप सर ने मेरी बहुत मदद की। उनके समर्थन के बिना, मैं अपने जीवन में कुछ भी हासिल नहीं कर पाता। मेरे लिए ग्लव्स भी खरीदना संभव नहीं था। उन्होंने मुझे एक नया बल्ला और किट दी। उन्होंने मुझे अंडर-19, अंडर-23 और ‘ए’ डिवीजन टीमों के लिए प्लेइंग इलेवन में शामिल किया। उनके बिना, मैं विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) टीम में जगह नहीं बना पाता।”
बताते चलें कि, शुभम दुबे के लिए हाल ही में खेला गया सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी बेहद खास रहा था। उस टूर्नामेंट के 7 मुकाबले में उन्होंने 187.28 की स्ट्राइक रेट से 222 रन बनाए थे। इसी प्रदर्शन का नतीजा है कि, फ्रेंचाइजी ने उनके ऊपर इतनी बड़ी बोली लगाई है।