हाल ही में बांग्लादेश दौरे के लिए भारतीय महिला क्रिकेट टीम का ऐलान हुआ है। जिसमें टीम इंडिया की अनुभवी तेज गेंदबाज शिखा पांडे का नाम शामिल नहीं था। चूंकि बांग्लादेश दौरे पर टीम इंडिया को कई मुकाबले खेलने हैं। ऐसे में शिखा पांडे का नाम न होना लोगों के लिए हैरान करने वाली बात रही। क्योंकि शिखा पांडे भारत के उन अनुभवी खिलाड़ियों में शामिल हैं जो निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए जानी जाती हैं।
शिखा पांडे ने अभी हाल ही में खेले गए विमेंस प्रीमियर लीग में अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स के लिए सबसे ज्यादा विकेट चटकाने का कार्य किया था। जिसके बदौलत उनकी टीम ने WPL 2023 के फाइनल में जगह बनाई थी, परंतु फाइनल मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने उन्हें मात दी। जिसके चलते वह खिताब जीतने में सफल नहीं हो सके। परंतु इसके बावजूद शिखा पांडे को भारतीय टीम से बाहर रखा गया है। हैरान करने वाली बात यह है कि उन्हें बाहर करने के पीछे का कोई कारण नहीं बताया गया है।
मैं इंसान नहीं हूं-शिखा पांडे
दाहिने हाथ की तेज गेंदबाज का इसी साल दक्षिण अफ्रीका में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान टीम इंडिया में वापसी हुई थी। परन्तु उसके बाद शिखा पांडे को BCCI के एनुअल कांट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया। और अब दोबारा बांग्लादेश के खिलाफ वनडे और टी20 इंटरनेशनल सीरीज के लिए उनका चयन नहीं हुआ है। भारतीय टीम से बाहर किए जाने के बाद शिखा पांडे का दर्द सामने आया है। दरअसल उन्होंने पूर्व हेड कोच WV रमन को स्पोर्ट्स स्टार पर दिए गए एक इंटरव्यू में कहा कि अगर मैं कहूं कि इसको लेकर मेरे भीतर निराशा और गुस्सा नहीं है। तो शायद मैं इंसान नहीं हूं।
34 वर्षीय शिखा पांडे ने कहा कि, जब आप मेहनत करते हैं और उसका नतीजा नहीं मिलता तो बुरा लगता है। मुझे विश्वास है कि मुझे नहीं सिलेक्ट करने का कोई ठोस कारण रहा होगा। परंतु वह मुझे नहीं पता। मेरे हाथ में सिर्फ कड़ी मेहनत करते रहना ही है। मुझे अटूट विश्वास है कि जब तक मैं मानसिक और शारीरिक रूप से फिट हूं। तब तक कड़ी मेहनत करती रहूंगी।
भावुक हुई शिखा
WV रमन से बातचीत में भावुक होकर शिखा पांडे ने कहा कि, “जब मुझे भारतीय टीम से बाहर किया गया तो उस वक्त मैंने सोचा कि अब क्रिकेट से दूरी बनाना सही रहेगा। उस दौरान उन्हें उनके मेंटर ने सलाह दी कि यह एक भावात्मक समय है आपको अपने आप को कुछ समय देने की जरूरत है। जिसके बाद मुझे लगा कि अभी मेरे अंदर काफी क्रिकेट बाकी है। मुझे तब तक खेलना है जब तक मैं इसका आनंद ले रही हूं। मैं इस समय काफी निराश हूं। लेकिन मुझे जिस स्थिति में डाला गया है वह मेरे हाथ में नहीं है। परंतु इससे बाहर कैसे निकलना है वह मेरे हाथ में है।”