भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया दो मैचों का टेस्ट सीरीज समाप्त हो चुका है। इस टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया ने डोमिनिका में खेले गए पहले टेस्ट मैच में पारी और 141 रनों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। इसके इतर दूसरा टेस्ट मैच उस वक्त बारिश के चलते ड्रा हो गया जब टीम इंडिया इस टेस्ट को जीतने से 8 विकेट दूर थी।भारतीय टीम ने पोर्ट ऑफ स्पेन में दूसरा टेस्ट मैच जिस प्रकार से खेला था, उसे देखकर यह कहा जा सकता है कि टीम इंडिया जीत के प्रबल दावेदार थी। ओवरऑल कहा जाए तो भारतीय टीम ने इस सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
टीम इंडिया ने इस सीरीज को न सिर्फ 1-0 से अपने नाम किया है, बल्कि तीन युवा खिलाड़ियों को डेब्यू करने का मौका देकर उनके करियर को संवारने की भी कोशिश की है। परंतु इसके बावजूद टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर भारतीय कोच,टीम मैनेजमेंट और सिलेक्टर्स से खुश नहीं है। उनका मानना है कि, वेस्टइंडीज दौरे पर युवाओं को उस तरीके से तरजीह नहीं दी गई जिस तरीके से दी जानी चाहिए थी।
वेस्टइंडीज दौरे पर भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली ने शानदार शतक जड़ा। हालांकि प्रशंसकों का मानना है कि यह बहुत बड़ी उपलब्धि नहीं है, क्योंकि वेस्टइंडीज की टीम का हाल इस समय खस्ता है, वेस्टइंडीज आगामी वनडे वर्ल्ड कप 2023 के लिए भी क्वालीफाई नहीं कर पाई है। इसका कारण यह रहा है कि उसे हाल ही में कई छोटी टीमों से भी हार का सामना करना पड़ा है।
सुनील गावस्कर ने अपने कॉलम में कहा कि, स्टार बल्लेबाज विराट कोहली, कप्तान रोहित शर्मा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ रन बनाए हैं। परंतु सवाल यह है कि क्या यहां युवा प्लेयर्स को नहीं खिलाया जा सकता था। इससे यह भी पता चलता कि युवा प्लेयर्स टेस्ट क्रिकेट को कैसे देखते हैं। यदि अजीत अगरकर भारतीय टीम के चीफ सेलेक्टर बन गए हैं। तो यह देखना होगा कि वह युवा खिलाड़ियों का किस तरीके से उपयोग करते हैं।
बताते चलें कि, टेस्ट सीरीज के समापन के बाद भारतीय टीम आगामी 27 जुलाई से वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में हिस्सा लेने जा रही है। जिसे वनडे वर्ल्ड कप 2023 के तैयारियों के लिहाज से अहम माना जा रहा है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि इस सीरीज में किन नए चेहरे को मौका मिल सकता है।