Homeफीचर्डक्रिकेट का ऐसा जुनून कि मां को बेचना पड़ा हार वहीं पापा...

संबंधित खबरें

क्रिकेट का ऐसा जुनून कि मां को बेचना पड़ा हार वहीं पापा को लेना पड़ा उधार, जानें ध्रुव जुरेल का टीम इंडिया तक का प्रेरणादायक सफर

आज हम एक ऐसे 22 वर्षीय युवा खिलाड़ी ध्रुव जुरेल के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिन्होने पहली बार टीम इंडिया में अपना कदम रखा है, जैसे ही उनके परिवार को इस बात का पता लगा कि वह रोहित शर्मा व विराट भइया की टीम में खेलने जा रहे हैं तो यह जानकर सब-के-सब भावुक हो गए। आइये जानते हैं कि ध्रुव का घरेलू क्रिकेट में खेलने से लेकर अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में प्रवेश करने तक का सफर।

यह तो आप जानते ही होंगे कि, इंग्लैंड से भारत पांच टेस्ट मुकाबले खेलने जा रहा है, जिसके पहले दो मैचों के लिए टीम का गठन हो चुका है। इस श्रृंखला का पहला मैच 25 जनवरी से हैदराबाद में खेला जाना है। वहीं इस टीम में चयनित होने और न होने वाले कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों पर ध्यान दिया जाए तो, तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इस टीम का हिस्सा नही हैं। साथ ही ईशान किशन को भी इस टीम में नहीं लिया गया है। वहीं घरेलू क्रिकेट में खेलने वाले ध्रुव जुरेल का चयन टीम इंडिया में इन दोनों मुकाबलों के लिए हुआ है। हम यहां ध्रुव के इस चयन से पहले के सफर की कुछ इंट्रेस्टिंग जानकारी पर चर्चा करने जा रहे हैं।

मां को बेचना पड़ा हार व पिता को लेने पड़ा उधार

एक साधारण से परिवार से ताल्लुक रखने वाले ध्रुव जुरेल की कहानी काफी प्रेरणादायक रही है। क्रिकेट के प्रति अंधे जुनून के चलते ध्रुव को कई बार अपने माता-पिता से डाट खानी पड़ी, आखिर डाट खाने बाद भी क्रिकेट के प्रति इनका जुनून विल्कुल कम नहीं होता था और यह क्रिकेट से संबंधित जिस चीज की जिद ठान लेते थे उसे पाकर ही रहते थे। इनकी इसी जिद्द के आगे इनके माता-पिता भी अपने घुटने टेक देते थे और जिद्द को पूरा करने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते थे। इनकी जिद्द के चलते एक बार इनके पिता को बैट खरीदने के लिए 800 रु उधार लेने पड़े। वहीं, क्रिकेट किट खरीदने के लिए इनकी माता को अपनी चैन भी बेचनी पड़ गई।

टीम इंडिया में चयन के बाद ध्रुव जुरेल ने दैनिक जागरण से बातचीत के दौरान कहा, ‘मैं आर्मी स्कूल में पढ़ता था। छुट्टियों के दौरान मैं आगरा के एकलव्य स्टेडियम में क्रिकेट कैंप में शामिल होने के बारे में सोच रहा था। मैंने फॉर्म तो भर दिया लेकिन अपने पिता को नहीं बताया। जब उन्हें पता चला तो उन्होंने मुझे डांटा। लेकिन उन्होंने मेरे लिए क्रिकेट बैट खरीदने के लिए 800 रुपये उधार लिए।’

वहीं ध्रुव ने आगे बताया, ‘जब मैंने उनसे कहा कि मुझे एक क्रिकेट किट की जरूरत है, तो पिताजी ने मुझसे पूछा कि इसकी कीमत कितनी होगी। मैंने उसे छह-सात हजार रुपये के बारे में बताया और उसने मुझे खेलना बंद करने के लिए कहा। लेकिन मैं जिद पर अड़ा रहा और खुद को बाथरूम में बंद कर लिया। फिर मेरी माँ ने अपनी सोने की चेन बेच दी और मुझे क्रिकेट किट लाकर दी।’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

सबसे लोकप्रिय