भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए तीन मैचों की वनडे सीरीज में मेहमान टीम ने टीम इंडिया को 2-1 से मात दी है। बीते दिन यानी 22 मार्च को यह द्विपक्षीय खत्म हुई है। जिसके एक सप्ताह बाद इंडियन प्रीमियर लीग शुरू होने जा रहा है। जिसमें भारत समेत दुनिया भर के खिलाड़ी हिस्सा लेने वाले हैं। IPL की वजह से अगले 2 महीने तक क्रिकेट खिलाड़ी काफी व्यस्त रहने वाले हैं।
इंडियन प्रीमियर लीग आगामी 31 मार्च से शुरू होकर 28 मई तक चलने वाला है। जिसके बाद विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला 7 जून से इंग्लैंड के द ओवल में खेला जाएगा। इसी बीच टीम इंडिया के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने खिलाड़ियों के वर्क लोड को लेकर अपना पक्ष रखा है। रवि शास्त्री का मानना है कि पिछले कुछ सालों में क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में मैचों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। जिस कारण खिलाड़ियों के ऊपर काफी दबाव आ गया है।
खिलाड़ियों के पास आराम के लिए वक्त नहीं
स्पोर्ट्स यारी से बातचीत में रवि शास्त्री ने कहा कि, “मौजूदा समय में जिस प्रकार से खिलाड़ियों को चोट लग रही है। उसके बारे में सोचकर मुझे काफी बुरा लगता है। जब हम लोग क्रिकेट खेलते थे तो हमे आराम करने के लिए काफी समय मिल जाता था। जिस वजह से खिलाड़ी 8 से 10 सालों तक आराम से क्रिकेट खेल लिया करते थे।उसमें से कई क्रिकेटर 1 वर्ष में 8 से 10 महीने ही क्रिकेट खेलते थे। परंतु अब क्रिकेट का स्तर काफी ऊंचा हो गया है और सभी प्रारूपों में ढेर सारे मैच आयोजित होने लगे हैं।”
टीम मैनेजमेंट को बात करना होगा
रवि शास्त्री ने आगे कहा कि, “दुनिया भर में आयोजित हो रहे विभिन्न लीगों की वजह से खिलाड़ियों को आराम करने के लिए कम से कम समय मिल पा रहा है। खिलाड़ियों और टीम मैनेजमेंट को एक साथ बैठकर इसके बारे में बात करनी चाहिए। क्योंकि क्रिकेटरों को लगातार क्रिकेट खेलना होता है उन्हें बीच में आराम देना बेहद जरूरी है। बोर्ड को IPL की सभी फ्रेंचाइजियों से बात करनी चाहिए और उनसे कहना चाहिए कि, आपको भी खिलाड़ियों की जरूरत है और भारत को भी। इसलिए उन्हें बीच के कुछ मुकाबलों में न खिलाया जाए।”