भारत समेत पूरे दुनिया में इस समय टी20 क्रिकेट लीग का क्रेज बढ़ता जा रहा है। अब क्रिकेट खेलने वाले लगभग सभी देशों ने अपने देश में लीग्स की शुरुआत कर दी है। परंतु भारत में खेला जाने वाला IPL सबसे अधिक लोकप्रिय है। क्योंकि इस लीग में हिस्सा लेने वाले क्रिकेटरों को अन्य के मुकाबले सबसे अधिक पैसे मिलते हैं। पैसे के चक्कर में दुनिया भर के खिलाड़ी IPL खेलने के लिए लालायित रहते हैं। जिसका उनके देश के क्रिकेट पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। लीग्स के बढ़ते ट्रेंड के कारण वेस्टइंडीज का क्रिकेट धीरे-धीरे गर्त में जा रहा है।इस मामले को लेकर वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान क्लाइव लॉयड ने चिंता व्यक्त की है। क्लाइव लॉयड का मानना है कि मॉडर्न क्रिकेटर पैसे के हकदार हैं। परंतु उन्हें अपने देश के क्रिकेट को भी तरजीह देनी चाहिए।
क्लाइव लॉयड का बयान
रेव स्पोर्ट्स से बातचीत में क्लाइव लॉयड ने कहा कि, हम केरी पैकर (ऑस्ट्रेलियाई मीडिया टाइकून) के पास इसलिए गए क्योंकि उस दौरान हमें अपनी कीमत का पता नहीं था। परंतु यह लोग अब जानते हैं कि वह किस लायक हैं। मुझे लगता है कि अगर IPL उनके जीवन का इतना महत्वपूर्ण हिस्सा है तो उन्हें बस एक विंडो दें, ताकि वे IPL खेल सकें। मुझे पता है कि वह एक अच्छा विंडो है। जिसके जरिए आप अपनी अच्छी जीविका कमा रहे हैं। परंतु उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि आप इस खेल को अपना सर्वश्रेष्ठ हिस्सा और अपने जीवन के सबसे अच्छे दिन दे दे रहे हैं। तो इसके लिए भुगतान क्यों नहीं मिलना चाहिए?
क्लाइव लॉयड ने आगे कहा कि, जब माइकल जॉर्डन समेत कई अन्य फुटबॉलर प्रतिमाह लाखों कमा रहे थे। तो इसके बारे में किसी ने कुछ नहीं कहा। लेकिन अब क्रिकेट को लेकर लोग अलग राय क्यों रखते हैं?
अपने देश को रखें आगे
क्लाइव लॉयड का मानना है कि, खिलाड़ियों को अपने देश को फ्रेंचाइजी से आगे रखना चाहिए। सिर्फ पैसे की वजह से उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। वेस्टइंडीज को दो बार वनडे वर्ल्ड कप दिलाने वाले क्लाइव लॉयड ने कहा कि, “आप उन्हें ऐसा करने से नहीं रोक सकते। क्योंकि यह उन्हें एक अच्छा भविष्य देता है। लेकिन मुद्दा यह है कि उन्हें अपने देश या राष्ट्र के लिए खेलने को नुकसान पहुंचाने के लिए ऐसा नहीं करना चाहिए। हम केवल 5.50 मिलियन लोग हैं। यहां सब लोग मिलकर 20 खिलाड़ी तैयार करते हैं। जिसमें से 10 खिलाड़ियों को हम खो देते हैं। यह गड्ढे भरने से पहले गड्ढा खोदने जैसा है। मैं ऐसा नहीं चाहता। ऐसा माहौल होना चाहिए कि, खिलाड़ी अपने देश के लिए खेलना चाहें।
बताते चलें कि, वेस्टइंडीज ने टी-20 लीग की वजह से अपने कई धुरंधर खिलाड़ियों को खोया है। जिसमें क्रिस गेल, आंद्रे रसैल, सुनील नरेन और किरॉन पोलार्ड जैसे दिग्गजों का नाम शामिल है। जिन्होंने अपने देश से अधिक लीग्स को तरजीह दी है।