हॉक-आई की गलती सामने आई..PSL में जमकर हुआ बवाल..खड़े हुए कई बड़े सवाल..फिर..PCB ने जो किया..वह जानकार..दंग रह जाएंगे आप..!!
जैसा कि..हम सब जानते हैं कि..क्रिकेट में कोई भी गलती होती है..कोई भी घटना..घटती है..तो उसका फैसला अंपायर लेता है..और..जब अंपायर कंफ्यूज होता है तो वह..थर्ड अंपायर की तरफ जाता है..लेकिन..क्या हो जब क्रिकेट के मैदान में गलतियों की जांच करने के लिए इस्तेमाल होने वाली हॉक-आई टेक्नोलॉजी ही गलती कर बैठे?
दरअसल..
कैसे घटी घटना और क्या है पूरा मामला?
• PSL में 22 फरवरी को क्वेटा ग्लैडिएटर्स और इस्लामाबाद यूनाइटेड के बीच एक मुकाबल खेला गया।
• इस्लामाबाद ने पहले खेलते हुए 9 विकेट पर 138 रन बनाए थे।
• इसके जवाब में पारी के 11वें ओवर में क्वेटा के कप्तान राइली रूसो बल्लेबाजी कर रहे थे।
• तभी अगा सलमान की गेंद पर वह स्वीप शॉट खेल बैठे लेकिन गेंद को मिस कर गए।
• गेंद पिच पर टिप्पा खाने के बाद उनके पैड पर लगी और मैदानी अंपायर ने रूसो को आउट दे डाला।
• इस पर रूसो ने रिव्यू लिया तो थर्ड अंपायर ने चेक किया।
• रिव्यू के दौरान नजर आया कि गेंद पिच से बाहर टिप्पा खा रही है और उसका इम्पैक्ट भी स्टंप्स के बाहर है।
• जबकि वीडियो में गेंद सीधा स्टंप्स पर जाती नजर आ रही थी और इम्पैक्ट वाली गेंद रूसो के विकेट के बाहर पैड पर टकराती नजर आ रही थी।
• थर्ड अंपायर ने टेक्नोलॉजी पर विश्वास किया और मैदानी अंपायर का फैसला बदलने को कह डाला।
• इस तरह रूसो को नॉट आउट करार दिया गया।
• लेकिन..जैसे ही रूसो को नॉट आउट करार दिया गया तो मैदान में मौजूद इस्लामाबाद के कप्तान शादाब खान काफी नाराज नजर आए और उन्होंने हॉक-आई टेक्नोलॉजी पर सवाल भी उठाए।
• अब रूसो के इसी LBW फैसले पर हॉक-आई कंपनी ने अपनी गलती स्वीकारी और PCB के चीफ ऑपरेटिंग अधिकारी सलमान नसीर ने लिखित तौरपर माफ़ी मांगी है।
• हॉक-आई कंपनी का मानना है कि रूसो के LBW में टेक्निकल एरर था और यह कैसे हुआ नहीं जानते।
वहीं मैच में लेकिन रूसो को नॉट आउट दिए जाने से उनकी टीम क्वेटा ने 18.2 ओवर में सात विकेट पर ही 139 रन बनाने के साथ मैच को तीन विकेट से अपने नाम कर डाला। जबकि जीवनदान मिलने के बाद रूसो आउट नहीं हुए और 38 गेंदों में तीन चौके से 34 रन बनाकर टीम को जीत दिला डाली। आपको बता दें हॉक-आई की गलती से रूसो को जब जीवनदान मिला वह 13 रन पर खेल रहे थे और उनकी टीम के 82 रन पर 4 विकेट गिर चुके थे। यही कारण था कि शादाब ने इस फैसले को गेम चेंजिंग मूमेंट बताया।
शादाब खान सही थे..हॉक-आई कंपनी के मालिक ने माफ़ी भी मांग ली..लेकिन..उनको यह नहीं पता की यह हुआ कैसे? हॉक-आई कंपनी का मालिक ज़रूर क्वेटा ग्लैडिएटर्स का फैन रहा होगा..!! खैर यह सब सिर्फ पाकिस्तान में ही हो सकता है..आपकी क्या राय है इस हॉक-आई बवाल के बारें में..आपकी जो भी राय है आप हमें कमेंट में बता सकते हैं।