भारतीय क्रिकेट टीम ने पहली बार 1983 में स्टार ऑलराउंडर कपिल देव की अगुवाई में ट्राफी पर कब्जा जमाया था। उसके करीब 28 साल बाद साल 2011 में टीम इंडिया ने इतिहास दोहराते हुए महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में दोबारा टूर्नामेंट को अपने नाम किया। इन दोनों वर्ल्ड कप को जीतने में किसी न किसी रूप से टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर क्रिस श्रीकांत का योगदान रहा है। क्रिस श्रीकांत 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य थे जबकि 2011 वर्ल्ड कप के दौरान वह टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता हुआ करते थे। उन्होंने वनडे वर्ल्ड कप 2023 को लेकर एक बड़ी भविष्यवाणी की है। क्रिस श्रीकांत का मानना है कि मौजूदा समय में भारतीय टीम में दो ऐसे खिलाड़ी हैं। जो साल 2011 के विश्वकप के दौरान प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे युवराज सिंह की भूमिका निभा सकते हैं। क्रिस श्रीकांत ने धाकड़ ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल पर अपना दांव खेला है।
क्रिस श्रीकांत का बयान
वर्ल्ड कप 2023 के शेड्यूल के ऐलान के बाद इंडिया टुडे से बातचीत में क्रिस श्रीकांत ने कहा कि, “चूंकि वर्ल्ड कप का आयोजन भारत के मेजबानी में हो रहा है। इसलिए कुछ पिचों पर गेंद काफी अधिक टर्न होगी। यहां आस्ट्रेलिया या इंग्लैंड की तरह उछाल भरी गतिशील स्थिति वाला विकेट नहीं देखने को मिलेगा। भारत घरेलू परिस्थितियों का आदी है। इसलिए भारतीयों के लिए सबसे बड़ा फायदा रहने वाला है। 2011 वर्ल्ड कप की बात करें तो हमने ढेर सारे ऑलराउंडर्स को खेलते हुए देखा था। उस दौरान हमारे पास एक शानदार टीम थी, जिसका नेतृत्व महेंद्र सिंह धोनी काफी अच्छी तरह से कर रहे थे। उस समय हमारी टीम में युवराज सिंह थे। मेरा मानना है कि रवींद्र जडेजा वही काम करेंगे जो युवराज सिंह ने 2011 वर्ल्ड कप में किया था। अगर भारत को 2023 वर्ल्ड कप जीतना है तो उसके लिए रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल को महत्वपूर्ण भूमिका निभाना होगा।
पाकिस्तान टीम बड़ा खतरा
क्रिस श्रीकांत ने आगे कहा कि, “इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान एक बड़ा खतरा बन सकता है। परंतु उनके लिए सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि वह हाल-फिलहाल में भारत में नहीं खेले हैं। मैं उन्हें खारिज नहीं कर रहा हूं मैं देखना चाहूंगा कि वह किस प्रकार से अपने टीम का चयन करते हैं। यह सबसे महत्वपूर्ण बात है। पाकिस्तान ने भारत में हमेशा से अच्छी लड़ाई लड़ी है। पिछली बार साल 2011 वर्ल्ड कप में जब वे भारत में खेले थे। तो उस दौरान मोहाली में वह सेमीफाइनल में भारतीय टीम से हार गए थे।”