हाल ही में खेले गए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम को आस्ट्रेलिया के हाथों 209 रनों से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। इस मैच में मिली हार के बाद भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम सवालों के घेरे में है। पिछले साल खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के हाथों मिली करारी शिकस्त के बाद भारतीय T20 टीम में ढेर सारे बदलाव किए गए थे। उस दौरान युवाओं को तवज्जो देते हुए रोहित शर्मा को न सिर्फ कप्तानी से हटाया गया, बल्कि टीम से बाहर का रास्ता दिखाते हुए हार्दिक पांड्या को T20 की कमान सौंपी गई है। BCCI ने आराम देने के नाम पर T20 क्रिकेट से भारत के सीनियर खिलाड़ियों को किनारे लगाने का मन बना लिया है।T20 वर्ल्ड कप के बाद से विराट कोहली, रोहित शर्मा, भुवनेश्वर कुमार किसी भी T20 सीरीज का हिस्सा नहीं बने हैं।
इन सब को देखते हुए कई लोगों का मानना है कि अब विराट कोहली, रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा को टेस्ट क्रिकेट से भी बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए। इस मामले को लेकर भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज और पूर्व BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली अलग राय रखते हैं। सौरव गांगुली का मानना है कि अभी विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा का समय समाप्त नहीं हुआ है।
कोहली और पुजारा अभी भी प्रासंगिक
सौरव गांगुली ने इंडिया टुडे से बातचीत करते हुए कहा कि, “सिर्फ एक मैच में मिली हार के कारण इतने बड़े फैसले नहीं लिए जाते हैं। भारत के पास हमेशा से काबिल खिलाडी रहे हैं। मुझे लगता है कि अभी विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा के आगे देखने का समय नहीं आया है। विराट अभी सिर्फ 34 साल के ही हैं। भारत के पास ढेर सारे रिजर्व खिलाड़ी मौजूद हैं। आप उन सब के प्रदर्शन को देख सकते हैं। जब टेस्ट क्रिकेट की बात होती है तो मैं IPL के प्रदर्शन को नहीं गिनता हूं। घरेलू क्रिकेट में कई बेहतरीन खिलाड़ी हैं आप उन्हें मौका देंगे तो आपको पता लगेगा।”
दादा ने आगे युवा खिलाड़ियों का उदाहरण देते हुए कहा कि, “टीम इंडिया के पास यशस्वी जायसवाल, रजत पाटीदार जैसे खिलाड़ी मौजूद है। इसके अलावा अभिमन्यु ईश्वरन भी बंगाल की तरफ से ढेर सारे रन बना रहे हैं। दूसरी तरफ शुभमन गिल अभी युवा हैं। और ऋतुराज गायकवाड भी हैं। मुझे उम्मीद है कि हार्दिक पांड्या मेरी बात सुन रहे होंगे। मैं उनको टेस्ट क्रिकेट में खेलते हुए देखना चाहता हूं, खासकर ऐसी कंडीशंस में।”