श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक बड़ा नाम है। उन्होंने बतौर स्पिनर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक ऐसी लकीर खींची है। जहां तक पहुंच पाना हर किसी के बस की बात नहीं है। मुथैया मुरलीधरन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले गेंदबाज हैं। उनके साथ खेलते हुए श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान कुमार संगकारा ने उनकी महानता को काफी अच्छे तरीके से परखा था। स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट के एक पॉडकास्ट में पूर्व दिग्गज कुमार संगकारा ने मुथैया मुरलीधरन से जुड़ा एक जबरदस्त किस्सा शेयर किया है।
कुमार संगकारा ने कहा कि, “जब मैंने पहली बार क्रिकेट खेलना शुरू किया था तो मुथैया मुरलीधरन नेट्स में 1 से 2 घंटे तक गेंदबाजी करते थे। उस दौरान कोच उनके पास से गेंद पकड़कर बोलते थे कि तुम इतनी गेंदबाजी कर रहे हो मैच के लिए भी कुछ बचा कर रखो। इस पर मुरली जवाब देते हुए कहते थे कि, मुझे इसकी परवाह नहीं है मैं कितना विकेट लेता हूं मुझे कितनी विविधता या टर्न मिल रहा है। परंतु मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि जब मैं आंख बंद करके भी दौड़ू तो मैं गेंद को वहां डाल सकूं जहां मैं चाहता हूं। अगर मेरे पास वह नहीं है तो बाकी चीजें मेरे लिए मायने नहीं रखती है। इस प्रकार से उन्होंने एक बेहतर गेंदबाज बनने के लिए कड़ी मेहनत की।”
कुमार संगकारा ने मुथैया मुरलीधरन के 800 विकेट पूरा होने को लेकर एक मजेदार किस्सा सुनाते हुए कहा कि,”उन्हें 800 विकेट तक पहुंचने के लिए 8 विकेट की दरकार थी। उस दौरान मुथैया मुरलीधरन ने मैनेजमेंट से साफ तौर पर कहा था कि वह अपने अंतिम मैच में सब कुछ दांव पर लगा देंगे, वह इस उपलब्धि के लिए और मैच नहीं खेलेंगे। संगकारा ने बताया कि, मैं कप्तान था मैंने उनसे कहा कि आप को 8 विकेट चाहिए और हम चाहते हैं कि आप 8 विकेट हासिल करें। अगर आप खेलते हैं और आपको विकेट नहीं मिलते हैं, तो कोई बात नहीं आप ब्रेक ले सकते हैं इसके बाद फिर वापस आ सकते हैं।”
कुमार संगकारा के इस कथन के जवाब में मुरलीधरन ने कहा कि, “यह ठीक नहीं है मैंने इस मैच में आठ विकेट हासिल करने के लिए खुद को चुनौती दी है। यह आठ विकेट के बारे में नहीं है अगर मैं 8 विकेट हासिल कर लूं तो हम जीत जाएंगे यह अधिक महत्वपूर्ण है।” यही उनकी बड़प्पन थी।