टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज और स्टार गेंदबाज जहीर खान के कोच सुधीर नाइक का बुधवार को एक अस्पताल में निधन हो गया।उनके निधन की पुष्टि मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने सूत्रों के हवाले से की है। 21 फरवरी 1945 को जन्मे सुधीर नायक 78 वर्ष के थे। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सुधीर नाइक हाल ही में अपने बाथरूम में फिसलकर गिर गए थे। जिस कारण उन्हें सिर में चोट लगी थी। सुधीर नायक को मुंबई अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह कोमा में चले गए थे जिसके बाद दोबारा नहीं उठ सके।
वैसे तो सुधीर नाइक ने भारत के लिए मात्र तीन टेस्ट और 2 वनडे मुकाबले खेले थे। जिसमें उन्होंने क्रमशः 141 रन,38 रन बनाए थे। परंतु उन्होंने अपनी कप्तानी में मुंबई की टीम को रणजी ट्रॉफी का खिताब दिलाया था। इसके अलावा उन्होंने 85 फर्स्ट क्लास गेम्स में 35 से ज्यादा की औसत से 4376 रन बनाए थे। जिसमें 7 शतक और एक दोहरा शतक शामिल है।
मोजा चोरी का लगा था आरोप
सुधीर नायक मुंबई क्रिकेट में एक सम्मानित व्यक्ति थे। परंतु सुधीर नाइक पर लंदन डिपार्टमेंटल स्टोर से दो जोड़ी मोजा चुराने का आरोप लगाया गया था। आश्चर्य की बात यह भी है कि वह उस समय इसका बचाव भी नहीं कर सके थे। यह बात 1970 के दशक की है तब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड काफी कमजोर हुआ करता था। पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने अपनी किताब ‘सनी डेज’ में यह लिखा है कि, नाइक को मजिस्ट्रेट के सामने माफी नहीं मांगने चाहिए थी और अच्छे वकील के साथ केस लड़ना चाहिए था। क्योंकि एक बेबुनियाद आरोप लगाकर उनकी इज्जत पर दाग लगाने की कोशिश की गई थी।
जहीर खान को बनाया स्टार
सुधीर नाइक ने अपने क्रिकेट करियर के बाद खिलाड़ियों को कोचिंग देना शुरू कर दिया था। अपने कोचिंग से उन्होंने भारतीय टीम को जहीर खान के रूप में एक बेहतरीन सितारा दिया। जिसने दुनिया भर में अपनी चमक बिखेरी। दरअसल जहीर खान श्रीरामपुर के रहने वाले थे और वह एक इंजीनियर बनना चाहते थे। परंतु सुधीर नाइक, जहीर खान को मुंबई लेकर आए और उन्हें एक्सपोजर देकर स्टार गेंदबाज बना दिया। इतना ही नहीं है सुधीर नाइक ने वानखेड़े स्टेडियम में बिना पैसा लिए एक क्यूरेटर का काम भी किया था।