इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले बहुचर्चित टेस्ट सीरीज एशेज का इंतजार अब लगभग समाप्त हो चुका है। आगामी 16 जून को बर्मिंघम में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें आमने-सामने होंगी। इंग्लैंड क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिनर जैक लीच पीठ की समस्या के चलते इस सीरीज से बाहर हो गए थे। जिसके बाद इंग्लिश टीम के सामने एक ऐसी मजबूरी आ पड़ी कि उसे टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर चुके मोईन अली को दोबारा अपने स्क्वॉड का हिस्सा बनाना पड़ा। इस श्रृंखला के जरिए दोबारा टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने जा रहे मोइन अली ने अपनी वापसी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। मोईन अली दोबारा टेस्ट क्रिकेट में अपनी वापसी को अपने मेन टेस्ट करियर का भाग नहीं मान रहे हैं। वह इसे दूसरे नजरिए से देख रहे हैं।
मोईन अली का बयान
एशेज टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले मोइन अली ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत में कहा कि, तथ्य है कि एशेज बहुत बड़ी सीरीज है और इसके लिए टीम में शामिल लोग रोमांचक क्रिकेट खेल रहे हैं। परंतु यह मेरे लिए कुछ ऐसा है कि जिसे मैंने काफी पसंद किया था। जब मैं पहले इसमें खेलता था। दोबारा इस सीरीज का हिस्सा बनना मेरे लिए अद्भुत है। क्योंकि जब मैंने अपने रिटायरमेंट की घोषणा की थी तो उस वक्त मैं टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुका था। परंतु दुर्भाग्य बस जैक लीच की चोट का मतलब था कि मुझे स्टोक्स, ब्रेंडन मैकलम और रॉब का मैसेज मिला और मैं वापस आ गया। आगे देखते हैं क्या होता है?
बोनस की तरह समझें
मोइन अली ने आगे कहा कि, मैं इसे टेस्ट करियर की तरह नहीं देखता हूं यह एक तरीके का फ्री हिट है। इस टीम में मैं अपनी जगह बनाए रखने के लिए नहीं खेल रहा हूं। इसलिए मुझे किसी भी प्रकार का दबाव नहीं है। मैंने ब्रेंडन मैकलम से बात की है उन्होंने कहा कि, इसकी कोई चिंता नहीं कि मैं कैसा प्रदर्शन करता हूं। यह स्थिति मेरे लिए अच्छी है। परंतु फिर भी मैं व्यक्तिगत तौर पर अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं और अपनी टीम को जिताने में योगदान देने को इच्छुक हूं।