आगामी समय में आयोजित होने वाले टी20 वर्ल्ड कप 2024 से पहले इंडियन प्रीमियर लीग का समापन 26 मई को होना है इससे पहले आईपीएल फ्रेंचाइजियों को बड़ा झटका लगता सा नजर आ रहा है क्योंकि IPL खेल रहे अंग्रेजी खिलाड़ियों ने अपने देश को प्राथमिकता देते हुए बोरी-विस्तरा बांधना शुरू कर दिया है अर्थात इंग्लैंड के खिलाड़ी टी20 वर्ल्ड कप खेलने के लिए IPL छोड़कर अपने देश रवाना होने लगे।
दरअसल, अभी हालिया समय में अंग्रेजी क्रिकेट बोर्ड ने अपने सभी खिलाड़ियों का आवाहन किया, जिसके चलते साल्ट को छोड़कर भारत में IPL खेल रहे सभी अंग्रेजी खिलाड़ी अपने देश रवाना होने लगे, जिससे नाराजगी व्यक्त करते हुए पूर्व भारतीय दिग्गज गेदंबाज इरफान पठान का एक रियक्शन सामने आया है जिसमें एक ट्वीट के माध्यम से उन सभी अंग्रेजी खिलाड़ियों को आड़े हाथों लिया जो इंडियन प्रीमियर लीग खेलने भारत दौरे पर आए और अब वर्ल्ड कप की तैयारियों के लिए IPL छोड़कर वापस जाने लगे।
इरफान पठान ने इंग्लिश खिलाड़ियों को लिया आड़े हाथों
इरफान पठान ने अंग्रेजी खिलाड़ियों को उस समय टार्गेट किया जब इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड ने ये प्रतिक्रिया दी कि टी20 वर्ल्ड कप से पहले सभी खिलाड़ियों को टीम में शामिल हो जाना चाहिंए और इस प्रतिक्रिया के बाद अधिकांश खिलाड़ी अपनी टीम में शामिल होने के लिए इंग्लैंड को रवाना होंगे। वापसी करने वाले खिलाड़ियो में जोस बटलर और सैमकरन शामिल हैं, इस बात की पुष्टी दोनों खिलाड़ियों ने बीते बुधवार को करी। इंग्लैंड क्रिकेटरों के इस निर्णय पर इरफान पठान ने चुप्पी तोड़ते हुए ट्वीट किया कि “या तो (अंग्रेजी खिलाड़ी) पूरे सीजन के लिए अपलब्ध रहें या (IPL खेलने) न आएं!”
सुनील गावस्कर का बयान
जो विदेशी क्रिकेटर IPL को बीच में छोड़कर जा रहे हैं उनके पनिसमें को लेकर लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर ने तंज कसते हुए कहा, “मैं किसी भी चीज से पहले देश चुनने वाले खिलाड़ियों के बिलकुल पक्ष में हूं. मगर, उन्होंने विभिन्न फ्रेंचाइजियों को पूरे सीजन अवेलेवल रहने के लिए आश्वस्त किया है. ऐसे में अगर वे अब पीछे हटते हैं, तो यह फ्रेंचाइजी को निराश करेगा. फ्रेंचाइजी शायद उन्हें एक IPL सीजन में अधिक पैसे देती हैं. वे अपने देश के साथ कुछ सीजन में इतनी कमाई नहीं करते हैं.”
भारतीय क्रिकेट बोर्ड को जाता है कमीशन- सुनील गावस्कर
लिटिल मास्टर ने आगे कहा, “फ्रैंचाइजी जो फीस खिलाड़ी को दे रही है, उसमें से कटौती कर लेनी चाहिए. इसके अलावा बोर्ड को हर खिलाड़ी को मिलने वाली फीस का कथित 10% कमीशन नहीं दिया जाना चाहिए. अगर बोर्ड अपनी बात से पीछे हटते हैं, तो उन्हें भी तो सजा मिलनी चाहिए. वैसे बोर्ड को ये 10% कमीशन सिर्फ IPL में ही होता है, कहीं और नहीं. क्या BCCI को उसकी इस उदारता के लिए कोई धन्यवाद मिलता है? हा हा हा. बिलकुल नहीं.”