आगामी 5 अक्टूबर से भारतीय टीम एक बार फिर से वर्ल्ड कप में दमखम दिखाने के लिए तैयार है। टीम इंडिया ने आखिरी बार साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में वर्ल्ड कप जीता था। उसके बाद से भारतीय टीम न तो T20 वर्ल्ड कप और न ही वनडे वर्ल्ड कप जीतने जीतने में कामयाब हो सकी है। यहां तक की साल 2013 के ICC चैंपियन ट्रॉफी के बाद टीम इंडिया कोई भी ICC इवेंट्स नहीं जीत पाई है। जिसके चलते भारतीय टीम के प्रशंसक खासा नाराज है। भारतीय टीम के फैंस यह नहीं समझ पा रहे हैं कि भारतीय टीम द्विपक्षीय सीरीज में किसी भी टीम को पटखनी देने में कामयाब हो जाती है, परंतु जब ICC इवेंट में फाइनल जीतने की बारी आती है तो वह कैसे फिसड्डी साबित हो जाती है?
इस मसले को लेकर साल 2011 वर्ल्ड कप के विजेता सदस्य स्टार स्पिनर हरभजन सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। हरभजन सिंह का मानना है कि टीम इंडिया ICC टूर्नामेंट में लगातार इसलिए असफल हो रही है। क्योंकि वह एक टीम के रूप में नहीं खेलते हैं।
न्यूज़ स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए हरभजन सिंह ने कहा कि, “मैं यह नहीं जानता और मेरे लिए यह कहना हम बेहद मुश्किल है कि हमारे पास क्या था और उनके पास क्या नहीं है। परंतु मेरा मानना है कि जो खिलाड़ी देश के लिए खेलते हैं चाहे वह किसी भी युग में खेल रहे हो उनका एकमात्र मकसद अच्छा खेलना और देश के लिए जीतना है।हम साल 2015 और 2019 का सेमीफाइनल तक खेले परंतु ICC ट्रॉफी हाथ नहीं आई।दबाव झेलकर खेलने की क्षमता शायद एक या दो खिलाड़ियों के भीतर ही देखी गई है। इसलिए आपको एक टीम के रूप में बड़ा टूर्नामेंट खेलने की जरूरत है।”
बताते चलें कि, वनडे वर्ल्ड कप 2023 का आयोजन भारत की मेजबानी में आगामी 5 अक्टूबर से 19 नवंबर तक होने वाला है। जिसमें रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम से ढेर सारी उम्मीदें हैं। ऐसा माना जा रहा है कि, जिस प्रकार से साल 2011 में भारत की ही मेजबानी में खेले गए वर्ल्ड कप में महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में टीम इंडिया ने ट्राफी पर कब्जा जमाया था। उसी तरीके से रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम इतिहास रचती हुई नजर आएगी।
हालांकि भारतीय टीम की इस वक्त मुसीबतें भी कम नहीं है। टीम इंडिया के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, स्टार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर तथा केएल राहुल पिछले कुछ समय से चोटिल हैं और वह इस वक्त रिहैब की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि, भारतीय टीम इन मुश्किलों से किस प्रकार पार पाएगी।