साल 2011 में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप के दौरान टीम इंडिया ने अपने घरेलू कंडीशन का खूब फायदा उठाया था। उस दौरान भारत ने घरेलू परिस्थितियों में अपने मन माफिक पिच बनाकर ट्रॉफी उठाई थी। वहीं दूसरी तरफ साल 2015 में वनडे वर्ल्ड कप के मेजबान न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने भी अपने होम कंडीशन का फायदा उठाते हुए फाइनल में जगह बनाई थी। इसके अलावा 2019 में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप में इंग्लैंड ने भी अपने घरेलू परिस्थितियों में ही जीत दर्ज की है। ऐसे में आज साल 2023 में जब एक बार फिर से वर्ल्ड कप का आयोजन भारत की मेजबानी में होना है, तो ऐसा माना जा रहा था कि, भारत को अपने घरेलू परिस्थितियों का लाभ मिलेगा और वह अपने मन माफिक पिच बनाकर इस मौके को भुनाने की कोशिश करेगी। जैसा की द्विपक्षीय सीरीज के दौरान देखा भी जाता है। परंतु अब इससे संबंधित एक बड़ी खबर सामने आई है। जिसके चलते भारत को अब अपना होम एडवांटेज नहीं मिल पाएगा।
दरअसल हाल ही में ICC की एक बैठक में मुख्य क्यूरेटर एंडी एटकिंसन ने भारत में कार्य करने वाले सभी पिच क्यूरेटरों से यह कहा है कि, वार्म-अप मैच सहित वर्ल्ड कप वेन्यू पर पिच तैयार करने के लिए होम टीम के दबाव में नहीं आना है। द टेलीग्राफ के मुताबिक ICC की यह बैठक 23 अगस्त को हुई है।
स्पोर्टी पिच बनाएं
ICC द्वारा आयोजित इस बैठक में हिस्सा लेने वाले एक सूत्र ने टेलीग्राफ को बताया कि, ICC के मुख्य क्यूरेटर ने कहा है कि, सभी क्यूरेटरों को यह सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए कि जब पिच की तैयारी की बात आती है, तो वह घरेलू टीम के दबाव में न आएं। पिच तैयार करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पिच जितना संभव हो सके उतना स्पोर्टी हो, ऐसा न हो की घरेलू टीम के पक्ष में हो।”
हालांकि सूत्र ने इस बात का भी दावा किया की मिट्टी की अलग-अलग प्रकृति होने के चलते भारत में एक तरह की पिच तैयार करना संभव नहीं है। परंतु उन्होंने कहा कि, ICC ऐसा पिच तैयार करने की योजना पर काम कर रही है, जो लंबे समय तक चले और उसपर दोनों टीमों के 50-50 ओवर सफलतापूर्वक पूरे हो सकें।
बताते चलें कि, वर्ल्ड कप 2023 का आगाज आगामी 5 अक्टूबर से हो रहा है। जिसका उद्घाटन मैच इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा।जबकि भारत इस टूर्नामेंट में अपने सफ़र की शुरुआत 8 अक्टूबर को चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करेगा।