आईसीसी टी-20 विश्व कप 2022 का 30 वां मुकाबला विश्वकप के प्रबल दावेदारों में शामिल भारत और साउथ अफ्रीका के बीच आस्ट्रेलिया के पर्थ क्रिकेट ग्राउंड पर भारतीय समयानुसार रविवार सायं 4:30 बजे खेला जाना है। ऐसे में दोनों टीमों के प्लेयर किस तरीके से खेलते हैं यह एक बात है लेकिन इस बड़े मैच में पर्थ की पिच(गेंद की हरकत) किस तरीके से खेलेगी? यह सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है। और मैच की पूर्व संध्या पर हुई प्रेस कांफ्रेंस में Vikram Rathour ने कई अनसुलझे सवालों के जवाब दिए
कैसा रहेगा पर्थ का विकेट?
पर्थ की पिच, दुनिया भर के अन्य क्रिकेट की पिचों के मुकाबले अपेक्षाकृत तेज मानी जाती है। यह तेज गेंदबाजों के लिए मददगार साबित होती है। भारत और दक्षिण अफ्रीका मैच से पूर्व इस पिच को लेकर भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर का कहना है कि विकेट अच्छा दिख रहा है। मेलबर्न का विकेट कुछ कठिन था। परंतु पर्थ की पिच से उछाल मिलेगी।
भारतीय टीम का अंतिम एकादश?
भारतीय टीम अपने दोनों शुरुआती दोनों मैच जीत कर अपने ग्रुप में शीर्ष स्थान पर काबिज है। ऐसे में शायद ही भारतीय टीम पिछले मैच में खेलने वाले अपने अंतिम एकादश में कोई भी बदलाव करने का रिस्क ले। परन्तु विक्रम राठौर का कहना है कि इस पिच पर हम दिन का दूसरा मैच खेलेंगे जिससे हमें विकेट के बारे में अधिक जानकारी मिल जाएगी। जिसके बाद अंतिम एकादश तय किया जाएगा। आपको बता दें भारत और दक्षिण अफ्रीका से पूर्व इसी मैदान पर नीदरलैंड और पाकिस्तान का भी मैच होना है।वहीं भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को अंतिम एकादश में शामिल करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि 11 खिलाड़ी ही खेल सकते हैं। अभी उनके खेलने की संभावना कम है जब मौका मिलेगा, तब वह खेलेंगे।
कितना रहेगा सेफ स्कोर?
पर्थ की पिच पर सेफ स्कोर को लेकर भारतीय बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर ने कहा कि भारतीय टीम कंजरवेटिव बल्लेबाजी करने पर जोर देगी। कंडीशन और सर्फेस के हिसाब से अपना खेल खेलने का प्रयास करेंगी। यह विकेट 200 या उससे अधिक रन वाला नहीं है।
राहुल का खराब फार्म परेशानी का सबब?
भारतीय ओपनर बल्लेबाज केएल राहुल के खराब फॉर्म को टीम इंडिया के लिए परेशानी का सबब बनने के सवाल के जवाब में भारतीय बैटिंग कोच उनके बचाव में नजर आए। केएल राहुल के धीमा खेलने पर उन्होंने कहा कि सभी खिलाड़ियों का खेलने का अपना-अपना तरीका है। दोनों ओपनर बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। जब केएल राहुल के बैट पर भी ठीक से गेंद आने लगेगी तो वह भी आक्रामक बल्लेबाजी करेंगे। आपको बता दें कि केएल राहुल के लिए अभी तक यह विश्वकप अच्छा नहीं रहा है। पाकिस्तान के खिलाफ पहले मुकाबले में वह महज 4 रन व नीदरलैंड्स के खिलाफ दूसरे मुकाबले में सिर्फ 9 रन ही बना पाए हैं।