सेंचुरियन में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच बॉक्सिंग टेस्ट मैच जारी है। इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिए जाने के बाद भारतीय टीम संघर्ष करते हुए किसी तरीके से 245 रनों तक पहुंच सकी, जिसमें विकेट कीपर बल्लेबाज केएल राहुल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए 135 गेंद पर 101 रनों की जुझारू पारी खेली। जिसके चलते भारत इस सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच सका। हालांकि अभी इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका का पलड़ा भारी नजर आ रहा है।
डीन एल्गर के 185 रनों के बदौलत दक्षिण अफ्रीका की पारी 108.4 ओवर में 408 रनों पर सिमटी है। साउथ अफ्रीका की टीम ने भारतीय टीम पर 163 रनों की बढ़त बना ली है। इस मैच में टीम इंडिया के बल्लेबाज केएल राहुल विकेटकीपर की भूमिका निभा रहे हैं। केएल राहुल वैसे तो सफेद गेंद प्रारूप में कई बार विकेट कीपिंग की भूमिका निभा चुके हैं। परंतु टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने यह रोल बहुत कम निभाया था। इस मुकाबले में वह बतौर पूर्णकालिक नियमित विकेटकीपर खेल रहे हैं।
केएल राहुल के लिए यह नया चैलेंज है, इससे पहले उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में पूरे टेस्ट मैच के दौरान कभी भी विकेट कीपिंग नहीं की थी। उन्हें इस जिम्मेदारी को संभालने में कौन सी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, और यह टास्क उनके लिए कितना मुश्किल है, इसको लेकर अपनी राय रखी है।
केएल राहुल ने बताया कि, “मैंने कुछ फर्स्ट क्लास मैचों में विकेटकीपिंग की है। लेकिन मेरे लिए टेस्ट फॉर्मेट में कीपिंग करना चुनौती है। इस फॉर्मेट के लिए शरीर पर काम करना होगा।” इसके अलावा सेंचुरियन टेस्ट के विकेट को लेकर भी केएल राहुल ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि, इस विकेट पर बैटिंग करना आसान नहीं है, क्योंकि पिछले कई दिनों से विकेट कवर कर रखा गया था।”
फिलहाल केएल राहुल की इस मुकाबले में विकेट कीपिंग की बात करें, तो वह विकेट के पीछे अभी तक काफी अच्छा काम करते हुए नजर आए हैं। उन्होंने इस मैच में तीन कैच लपके हैं।