वनडे वर्ल्ड कप 2023 के पहले सेमीफाइनल मैच में आज दोपहर 2:00 बजे से भारत और न्यूजीलैंड की टीमें मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में आमने-सामने होने वाली हैं। इस मुकाबले से पहले पिच को लेकर विवाद हो गया है। BCCI के ऊपर अपने मनमाफिक पिच बनाने का आरोप लगा है। कहा जा रहा है कि, भारतीय टीम की परिस्थितियों को देखते हुए BCCI ने वानखेड़े स्टेडियम की पिच को अपेक्षाकृत धीमा बनवाया है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय टीम ने पिच क्यूरेटर से पिच पर मौजूद अधिकांश घास को हटाने का आदेश दिया था। महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के एक सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि,”वानखेड़े की पिच टर्नर नहीं होगी, लेकिन भारतीय टीम ने धीमी पिच की मांग की थी। इस कारण हमने घास हटा दी।”
यहां तक तो बात ठीक थी, परंतु इस बीच डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, BCCI के द्वारा ICC की अनुमति के बिना भारत बनाम न्यूजीलैंड सेमीफाइनल के लिए पिच बदलने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ICC के पिच सलाहकार एंडी एटकिंसन ने नियमों के अनुसार BCCI के साथ विचार-विमर्श के बाद भारत बनाम न्यूजीलैंड सेमीफाइनल के लिए वानखेड़े स्टेडियम में पिचों के ब्लॉक में से एक पिच को चुना था, जिसका उपयोग इस वर्ल्ड कप 2023 में अब तक नहीं हुआ था। परन्तु अब इस सेमीफाइनल मैच को उस पिच पर कराया जाएगा जहां पहले ही दो मुकाबले खेले जा चुके हैं। एंडी एटकिंसन ने यह भी आरोप लगाया गया है कि, भारत ने यह कदम न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ अपने स्पिनरों की मदद के लिए उठाया है।
एंडी एटकिंसन ने यह भी आरोप लगाया है कि, आगामी 19 नवंबर को फाइनल के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पिच को भी बदल दिया गया है। यहां अब उस पिच का इस्तेमाल किया जाएगा जहां गेंद अधिक स्पिन करेगी। जब उन्होंने यह पूछा कि, इस बदलाव की अनुमति किसने दी, तो BCCI और गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन (GC) के सदस्य एक दूसरे पर उंगली उठाते हुए इस सवाल को टालते हुए नजर आए।