इंडिया बनाम इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट श्रंखाल का आयोजन भारतीय सरजमीं पर हुआ, इस दौरान चौथे मुकाबले में टीम इंडिया ने 3-1 की बढ़त से सीरीज पर कब्जा कर लिया है। जिसके चलते अंग्रेजों की मजबूत टीम को भारी झटका लगता नजर आया। सीरीज में विराट जैसे दिग्गज का न खेलना टीम को पहले मुकाबले में काफी खला, फिर युवा खिलाड़ी जायसवाल अपने विराट रूप में आते दिखाई दिए और इन्होंने अंग्रेजो के खिलाफ इस जंग में विराट का रूप ले लिया, इस श्रृंखला में जायसवाल दो दोहरे शतक लगाने में कामयाब रहे। जिसके चलते यशस्वी इस सीरीज में अंग्रेजों खिलाफ सबसे ज्यादा 655 रन बनाने वाले विराट कोहली के बराबर ही 655 रनों का सहयोग दिया।
दरअसल, इंग्लैंड से चल रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के चौथे मुकाबले को 5 विकेट से जीतकर भारतीय टीम 3-1 से श्रृंखला अपने नाम करने में कामयाब रही, यह टेस्ट सीरीज जीतने का भारतीय सरजमी पर लगातार 17वां ऐसा मौका है, जिसे टीम इंडिया भुनाने में सफल रही है। आपको बता दें, आखिरी बार 2012-13 में भारतीय सरजमीं पर आयोजित हुई तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला में इंग्लैंड ने 2-1 से जीत दर्ज की, जब से अब तक भारत की मैजबानी में 17 टेस्ट सीरीज खेली जा चुकी हैं इन सभी भारतीय खिलाड़ी विपक्षी टीम का सूपड़ा साफ करने में कामयाब रहे। हालांकि अब तक विश्व में ऐसा कोई देश नहीं है जिसने अपनी सरजमीं पर लगातार 10 से ज्यादा टेस्ट सीरीज जीती हों।
वहीं, इंग्लैंड से इस एतिहासिक जीत के बाद भारत लगातार अपनी मेजवानी में आयोजित होने वाली सबसे ज्यादा टेस्ट श्रृंखला जीतने वाला पहला देश बन गया है। भारत के बाद दूसरे स्थान पर सबसे ज्यादा 10 टेस्ट सीरीज जीतने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम है। वहीं आपको बता दें, आज जो भारत ने अंग्रेजों का सूपड़ा साफ किया है इस चौथे टेस्ट मुकाबले के दौरान टॉस जीतकर इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करने का फैंसला किया और टीम इंडिया के सामने 353 रनों का लक्ष्य खड़ा कर दिया इसके जबावी कार्यवहीं में भारतीय बल्लेबाज मात्र 307 रन ही बना पाए और सबके-सब ठेर हो गए, फिर दूसरी पारी के दौरान टीम इंडिया ने अंग्रेजो को मात्र 145 रनों पर ही समेंट दिया, इस प्रकार भारत के सामने सीरीज जीतने के लिए दूसरी पारी में कुल 192 रनों का लक्ष्य था, जिसका भेदन पांच विकेट के नुकसान पर मात्र पांच खिलाड़ियों ने कर दिया।