भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई पांच मैचो की टेस्ट श्रृंखला का अंतिम मुकाबला HPCA अर्थात हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला गया। इस मैच को टीम इंडिया ने एक पारी व 64 रनों से जीत लिया और सीरीज पर 4-1 से कब्जा जमा लिया। इस प्रकार भारतीय टीम के इस शानदार प्रदर्शन ने अंग्रेजी बैजबॉल प्राणाली को धराशाही कर दिया और यहां सबसे खास बात ये रही कि टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा चोटिल होने से पांचवे मुकाबले की दूसरी पारी की कप्तानी नहीं कर पाए और यहां उपकप्तान जसप्रीत बुमराह को कप्तानी संभालने का मौका मिला।
उपकप्तान की कप्तानी में 1 पारी व 64 रनों से जीता आखिरी मुकाबला
7 मार्च से हुई पांचवे टेस्ट मुकाबले की शुरूआत में इंग्लैडं टीम ने पहले बल्लेबीजी से शुरूआत की और 218 रन बनाकर भारतीय गंदबाजों की गेंद का शिकार हो गई। फिर जवाबी कार्यवाही में टीम इंडिया ने अपने रनो का स्कोर 477 पहुचा दिया और अंग्रेजों पर 259 रनों की बढ़त बना दी। इस दौरान भारतीय कप्तान हिटमैन की कमर में खिचाव आने से वह चोटिल हो गए और दूसरी पारी की मेजबानी नहीं कर पाए, फिर उपकप्तान जसप्रीत बुमराह ने कप्तानी संभाली और टीम का शानदार मैनेजमैंट किया, यहां दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए विपक्षी टीम इंडिया द्वारा दी गई बढ़त तक नहीं पहुंच सकी और 64 रन पहले ही धराशाही हो गई।
भारतीय टीम ने 4-1 से किया सीरीज पर कब्जा
इंग्लैंड से खेली गई इस पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला में टीम इंडिया ने पहला मुकाबला 28 रनों से हारने के बाद दूसरा, तीसरा व चोथा क्रमश: 106 रन, 434 रन व 5 विकेट से जीता, वहीं धर्मशाला स्टेडियम पर खेला गया पांचवा मैच आज एक पारी और 64 रनों से टीम इंडिया ने अपने नाम किया। यहां भी भारतीय खिलाड़ियों के सामने अंग्रेजी बैजबॉल के छक्के छूटते नजर आए। भारत की सरजमीं पर मिली इस जीत को मिलाकर टीम इंडिया साल 2012 से लगातार 17वीं जीत दर्ज कर चुकी है। जबकि अंतिम बार 2012 में ही इंग्लैंड से हुई तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला में भारतीय टीम को 2-1 से हार का समाना करना पड़ा। जब से हमारे देश के विजयी रथ ने पीछे का रुख नहीं किया है।