आज राजकोट में भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट मुकाबले का आगाज टीम इंडिया की बल्लेबाजी से हुआ, इस दौरान कप्तान रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल बतौर ओपनर मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरे, यहां जायसवाल 10 रन बनाकर पवेलियन लौट गए, फिर रजत पाटीदार आए यह मात्र 5 रन बनाकर बेन डकेट की गेंद का शिकार हो गए, वहीं शुभमन गिल बिना खाता खोले ही आउट हुए। इस रिकॉर्ड को देखकर टीम इंडिया की शुरूआत को कुछ खास नहीं कहा जा सकता, लेकिन यहां कप्तान रोहित शर्मा के बल्ले ने ऐसा कॉरवा कर दिखाया जिसका खतरा जो रूट के जहन में तो मंडरा ही रहा था, हांलांकि अब अंग्रेजी टीम भी दहसतगर्द हो गई।
जो रुट ने टीम को विशाखापट्टनम में किया था आगाह
दरअसल, दूसरे विशाखापट्टनम मुकाबले के दौरान ड्रेसिंग रूम में जो रूट ने अपनी अंग्रेजी टीम को विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे भारतीय दिग्गजों के बाहूबलों से परिचित कराते हुए कहा, “हम इस बात पर जरूर ध्यान देंगे क्योंकि हम जानते हैं की वो कितने अच्छे खिलाड़ी हैं और वो इस समय में भारतीय बल्लेबाज़ी लाइनअप में भी बहुत सीनियर खिलाड़ी हैं तो उन्हें इस टेस्ट टीम में एक बड़ी भूमिका निभानी है. इसलिए हमें शुरू से कोशिश करनी होगी की हम उन्हें जल्दी ही रोक लें क्योंकि उनके अंदर बड़ा स्कोर बनाने की क्षमता है और हम कई बार गलत नतीजे पर पहुंच चुके हैं इसलिए ये अच्छा होगा की हम कोशिश करें और उन्हें मौका ना दें और हम ये काम बाकी बचे मुकाबलों में कर सकते हैं”
जिसका खतरा था, वही आज विकराल रूप में आ गया
आज सौराष्ट्र स्टेडियम पर रोहित शर्मा ने 196 गेंद खेलते हुए अपने बल्ले से 131 रन बनाए, जिसमें 14 चौके और 3 छक्के लगाए, जिसके चलते अंग्रेजों के भी छक्के छूटते नजर आए। इस दौरान इन्होंने जडेजा के साथ 204 रनों की साझेदारी की। दरअसल, यहां जड़ेजा का भी कारवां ठीक ठान दिखाई दे रहा है इनके रनों का स्कोर भी शतक के करीब पहुंच चुका है।