भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का चौथा मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर खेला जाएगा। पहले नागपुर, फिर दिल्ली और अब इंदौर की पिच को ICC द्वारा औसत से नीचे बताए जाने के बाद BCCI के पिच क्यूरेटरों के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है। दरअसल उनके सामने अब यह चैलेंज है कि वह अहमदाबाद की पिच को किस प्रकार से तैयार करें, ताकि उन्हें आलोचनाओं का सामना न करना पड़े। इसके अलावा टीम इंडिया के लिए यह मुकाबला जीतना काफी अहम है। क्योंकि अहमदाबाद टेस्ट में जीत दर्ज करते ही भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर जाएगा। यदि भारतीय टीम को चौथे टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ता है तो उसे WTC के फाइनल में पहुंचने के लिए न्यूजीलैंड और श्रीलंका के बीच होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज के नतीजों का इंतजार करना होगा।
भारतीय टीम मैनेजमेंट से कोई निर्देश नहीं
शुरुआती तीन टेस्ट मैचों में प्रयोग की गई पिचों को BCCI ने स्पिन फ्रेंडली बनवाया था। परंतु चौथे टेस्ट मैच को लेकर गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के अधिकारियों का कहना है कि, उन्हें भारतीय टीम मैनेजमेंट की तरफ से इसको लेकर कोई भी दिशा-निर्देश नहीं मिले है।जिस कारण पिच क्यूरेटर सामान्य पिच तैयार करने पर जोर दे रहे हैं। मतलब साफ है कि अहमदाबाद की पिच बिल्कुल वैसी ही रहने वाली है जैसे हाल के दिनों में रणजी ट्राफी के दौरान बनाई गई थी।
अहमदाबाद में भारत का रिकॉर्ड
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम को तैयार हुए अभी ज्यादा समय नहीं हुए हैं। नरेंद्र मोदी स्टेडियम साल 2021 में बनकर तैयार हुआ था, तब से अबतक यहां केवल दो टेस्ट मैच ही खेले गए हैं। इस स्टेडियम से पहले इसका नाम मोटेरा सरदार पटेल स्टेडियम था। जिसे तोड़कर नया स्वरूप प्रदान किया गया। पुराने स्टेडियम को मिलाकर भारत ने यहां पर कुल 14 टेस्ट मैच खेले हैं। जिसमें उसे 6 टेस्ट मैचों में जीत तथा दो टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। इस मैदान पर सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड पूर्व बल्लेबाज और मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ के नाम है। उन्होंने 7 मुकाबलों में 771 रन बनाए हैं। जबकि इस स्टेडियम पर अनिल कुंबले ने सर्वाधिक 36 विकेट हासिल किया है। चौथा टेस्ट मैच आगामी 9 मार्च से शुरू होने जा रहा है।