टीम इंडिया के विस्फोटक बल्लेबाज सूर्य कुमार यादव पिछले 1 साल से ICC की T20 बल्लेबाजी रैंकिंग में पहले पायदान पर काबिज हैं। क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में सूर्य कुमार यादव का प्रदर्शन लाजवाब है। परंतु वनडे क्रिकेट में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है।32 वर्षीय सूर्य कुमार यादव ने 26 वनडे मुकाबले में 511 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से महज दो अर्धशतक निकले हैं। वनडे में उनका औसत 24.33 का है। हालांकि इसके बावजूद सूर्य कुमार यादव के T20 क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए आगामी एशिया कप 2023 के लिए उनका चयन टीम इंडिया में हुआ है। चयनकर्ताओं द्वारा ऐसा करने के पीछे की वजह यह है कि, उन्हें उम्मीद है कि SKY एशिया कप में X-फैक्टर साबित होंगे।
सूर्यकुमार यादव भी यह समझते हैं कि, चयनकर्ताओं ने उनपर भरोसा जताकर टीम में शामिल किया है। वह उन्हें रिटर्न करना चाहते हैं। SKY आगामी एशिया कप 2023 और वर्ल्ड कप में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए बेताब है। उन्होंने बताया है कि, वह कोच राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा के निरंतर संपर्क में हैं और अपने बल्लेबाजी को अपग्रेड करने के लिए विराट कोहली से भी सलाह लेते रहते हैं।
रोहित और कोहली से सीख रहे गुर
सूर्यकुमार यादव ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा कि, “मैं टीम द्वारा दी गई भूमिका को पूरा करने की कोशिश करूंगा, चाहे कोई भी भूमिका हो। यह एक ऐसा प्रारूप है जिसमें मैं अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रहा हूं। मैं टी20I में अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं। लेकिन ये दोनों सफेद गेंद वाले प्रारूप हैं।लोग सोच रहे हैं कि मैं यहां कोड को क्रैक क्यों नहीं कर सकता?”
SKY ने आगे कहा कि “मैं अभ्यास कर रहा हूँ।मेरे लिए, यह प्रारूप सबसे चुनौतीपूर्ण है।आपको इसमें सभी प्रारूपों का मिश्रण खेलना होता है।पहले आप अपना समय लें, फिर आप कुछ स्ट्राइक रोटेशन करें और फिर टी20I की तरह कुछ बड़े शॉट्स लगाएं।मैं हेड कोच राहुल द्रविड़, रोहित शर्मा और विराट कोहली से बात कर रहा हूं।”
परिस्थितियों के साथ ताज-मेल बैठना चाहते हैं सूर्या
सूर्य कुमार यादव ने बातचीत को आगे बढ़ते हुए वनडे फॉर्मेट में अपने आप को ढालने की बात कही है।उन्होंने कहा कि, “मैं अब स्थिति के अनुसार खेलने की कोशिश कर रहा हूं और उसके अनुसार अभ्यास कर रहा हूं।उम्मीद है, यह वह टूर्नामेंट है जहां मैं कोड क्रैक कर लूंगा। मैं बल्लेबाजी करने के लिए हमेशा उत्साहित रहता हूं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं पहली गेंद पर आउट हो गया।लोग मुझसे पूछते हैं कि जब बल्लेबाजी का मौका आता है तो मैं क्रीज पर क्यों दौड़ता हूं, लेकिन मुझे लगता है कि इस उत्साह को बनाए रखना जरूरी है।”