रविवार को वनडे वर्ल्ड कप 2023 में भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें अपने पहले मुकाबले में चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में आमने-सामने होने वाली हैं। यह मुकाबला दोपहर 2:00 बजे से खेला जाएगा। जहां पांच बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया और मेजबान भारत जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत करना चाहेंगे। इस मुकाबले से पहले भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ से जब उनके नेतृत्व में खेले गए साल 2007 के वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को मिली हार के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने चौंकाने वाला जवाब दिया।
भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच से एक दिन पूर्व मीडिया से बातचीत में राहुल द्रविड़ ने कहा कि, “ईमानदारी से कहूं तो मैं भूल चुका हूं कि मैं भी कभी एक क्रिकेटर था। मैं पीछे जाने के बजाय भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतर प्रदर्शन के बारे में सोचता हूं। अब मेरा पूरा ध्यान भारतीय टीम को इस टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए मदद करने पर है। कोच का काम अपने कप्तान की सहायता करना होता है।”
आपको बता दें, साल 2007 का वनडे वर्ल्ड कप भारतीय टीम के लिए एक बुरे सपने की तरह था। उस दौरान टीम इंडिया ग्रुप स्टेज में ही हारकर बाहर हो गई थी। साल 2007 में राहुल द्रविड़ के साथ टीम में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली,वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गज बल्लेबाज और युवराज सिंह तथा एम एस धोनी जैसे बेहतरीन फिनिशर भी मौजूद थे। इसके बावजूद राहुल द्रविड़ की अगुवाई वाली भारतीय टीम पहले बांग्लादेश, उसके बाद श्रीलंका से हारकर बाहर हो गई थी। उस दौरान टीम इंडिया को खूब आलोचना झेलनी पड़ी थी।
बताते चलें कि,50 वर्षीय राहुल द्रविड़ ने अपने 15 वर्षीय वनडे करियर के दौरान भारतीय टीम के लिए 344 वनडे मुकाबले खेले थे। जिसमें उन्होंने 12 शतक और 83 अर्धशतक की बदौलत 10,889 रन बनाए थे। इस बीच उन्हें टीम के नेतृत्व की भी जिम्मेदारी मिली। परंतु वह इसे बखूबी निभाने में कामयाब नहीं हो सके। हालांकि आंकड़े बताते हैं कि, बतौर प्लेयर राहुल द्रविड़ अपने समय में भारतीय क्रिकेट के लिए कितना बड़ा नाम थे।