टीम इंडिया के हरफनमौला खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन इस समय रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड कायम किये जा रहे हैं, इंग्लैंड से खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के दौरान वह अपने टेस्ट करियर के दो बड़े रिकॉर्ड बनाने में कामयाब हो जाएंगे। अभी हालिया समय में इंग्लैंड से हुए दूसरे टेस्ट मुकाबले के दौरान एक विकेट लेते ही वे अपने टेस्ट करियर के 500 विकेट झटकने वाले दूसरे नम्बर के भारतीय खिलाड़ी बन गए, जबकि पहले स्थान पर अनिल कुंबले का नाम आता है। वहीं अब इंग्लैंड से होने वाला पांचवा टेस्ट मुकाबला खेलते ही ये अपने करियर का 100 वॉ टेस्ट मैच पूरा कर लेंगे। ये मुकाबला 7 मार्च से हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला स्टेडियम पर आयोजित होगा, इससे पहले ही अश्विन ने एक बड़ा संदेश देकर पूरे भारतीय क्रिकेट जगत का दिल जीत लिया है।
दरअसल, ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत के दौरान अश्विन ने कहा, “मुझे लगता है कि सौ टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मेरा वास्तव में उस संबंध में कुछ मतलब है। मैं यह नहीं कहुंगा कि दूसरे खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा हूं। अगर मैं चांहू तो शायद ऐसा कर सकता हूं, लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है। दरअसल, जो मैंने करने का इरादा किया था। वो सौ टेस्ट खेलने का अनुभव है, जिससे मुझे अपने देश और इस देश के अद्भुत क्रिकेट समुदाय को समझने का मौका मिला। हालांकि अपने इस अनुभव को मैं क्रिकेटरों के साथ साझा कर सकता हूं और शायद इससे उनकी कुछ मदद भी कर सकता हूं, जिससे मुझे उम्मीद है कि मेरे देश के अन्य हिस्सों से और अधिक क्रिकेटर आएंगे।”
इस हरफनमौला खिलाड़ी ने आगे कहा, “जब हम भारतीय टीम या आईपीएल टीम में जाते हैं, तो हम हमेशा ऐसे परिदृश्य के लिए तैयार नहीं होते हैं कि हमें खुद को साबित करने के लिए केवल एक या दो मौके मिलेंगे। यही वह दबाव है जिसके साथ मैंने अपने करियर में लंबे समय तक खेला है।”