आउट होने के बावजूद फिर से बैटिंग के लिए कैसे उतरे अजिंक्य रहाणे? यह कैसा ड्रामा? आखिर क्या कहते हैं नियम?
असम और मुंबई के बीच चल रहे रणजी मैच के दौरान एक हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। यहाँ पर अजिंक्य रहाणे को उनके 16 साल के करियर में पहली बार फील्डिंग में बाधा पहुंचाने के लिए आउट दिया गया..यानी कि..ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड आउट..दरअसल हुआ यह कि..
आउट होने के बावजूद बैटिंग के लिए कैसे उतरे रहाणे
• अजिंक्य रहाणे ने एक गेंद को मिड ऑन की तरफ ड्राइव करते हुए सिंगल लेने का प्रयास किया लेकिन उनके पार्टनर शिवम दुबे ने रन लेने से मना कर दिया।
• अजिंक्य रहाणे काफी आगे आ चुके थे और असम के कप्तान डेनिश दास ने गेंद को उठा कर कीपर की तरफ थ्रो किया, लेकिन वह रहाणे को जाकर लग गई, जो क्रीज में वापस आने का प्रयास कर रहे थे।
• इसके बाद असम के सभी खिलाड़ियों ने फील्डिंग में बाधा पहुंचाने के लिए आउट की अपील की और फील्ड अंपायर के द्वारा इस अपील को स्वीकार भी कर लिया गया।
• इस फैसले के ठीक बाद अंपायर ने टी ब्रेक की भी घोषणा कर दी।
• हालांकि असम ने टी ब्रेक के दौरान अपील वापस लेने का फैसला किया और अंपायरों को भी इसके बारे में बताया।
• इस तरह अजिंक्य रहाणे आउट होने के बावजूद फिर से बैटिंग के लिए आए।
पहले अपील की..फिर वापिस ली..पहले आउट हुए..फिर नॉट आउट हुए..आखिर किस तरह का ड्रामा है यह..किस तरह का घोटाला है यह? नियम कहाँ है? क्या है नियम? यही सोच सोच रहे होंगे न आप..तो चलिए आपको बताते हैं..सबसे पहले आपको बता दें..
क्या है नियन
• इसे ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड आउट कहा जाता है।
• इस नियम के अनुसार कोई भी बल्लेबाज ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड करता है..यानी..अगर वह गेंद को खेलने के बाद जानबूझ कर विपक्षी टीम के फील्डर्स के काम में बाधा पहुंचाया या अपने शब्दों और ऐक्शन से उनका ध्यान भटकाए..तो उसे आउट करार दिया जाएगा।
• एक बल्लेबाज ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड पर आउट नहीं होगा अगर..अगली गेंद फेंके जाने से पहले आउट करने की अपील को वापस ले लिया जाए और बल्लेबाज तब ही फिर से बल्लेबाजी करने वापस आ सकते हैं, जब अंपायर इसे स्वीकार कर लें।
किस्मत से अजिंक्य रहाणे के आउट होने के बाद टी ब्रेक हुआ और इस बीच असम की टीम ने अपना फ़ैसला बदल लिया। हालांकि रहाणे इस जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाए और सिर्फ चार रन जोड़कर 22 के निजी स्कोर पर आउट हो गए।