बृहस्पतिवार को भारतीय टीम ने श्रीलंका के खिलाफ वनडे वर्ल्ड कप के इतिहास की सबसे बड़ी जीत(रनों के लिहाज से) दर्ज की। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में टीम इंडिया ने श्रीलंका को 302 रनों के बड़े अंतर से हराया। इस मैच में भारत की तरफ से बल्लेबाजी से लेकर गेंदबाजी तक अव्वल नंबर की रही। जहां पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय बल्लेबाजों ने निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर बोर्ड पर 357 रन टांग दिए, वहीं दूसरी पारी में गेंदबाजों ने ऐसा कहर ढाया कि, श्रीलंका की पूरी टीम महज 55 रनों पर सिमट गई।
गुरुवार को खेले गए इस मुकाबले में टीम इंडिया की तरफ से तीन बल्लेबाजों ने अर्धशतक जमाया। जिसमें शुभमन गिल(92 रन,92 गेंद),विराट कोहली(88रन,94 गेंद) और श्रेयस अय्यर(82 रन,56 गेंद) की अर्धशतकीय पारी शामिल रही। इन तीनों बल्लेबाजों में से किसी का भी शतक पूरा नहीं हुआ,परंतु श्रेयस अय्यर ने जिस तरीके से पारी को फिनिश किया। उसके चलते उनकी खूब प्रसंशा हो रही है। श्रेयस अय्यर की इस शानदार पारी ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन और भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर को काफी प्रभावित किया है। इन दोनों ने श्रेयस अय्यर की जमकर सराहना की है।
स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान नासिर हुसैन ने कहा, “मुझे उनकी (श्रेयस अय्यर) पारी के बारे में जो पसंद आया वह यह था कि, कभी-कभी, लोग बात करना शुरू कर देते हैं कि, हो सकता है कि आप ही बाहर(प्लेइंग इलेवन) हो जाएं। और ईमानदारी से कहूं तो, कुछ लोग उनके बारे से ऐसा कह रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ आउट हो गए। फिर आप अपने लिए खेलते, आपको 40 गेंदों पर 40 का स्कोर मिलता। परन्तु उन्होंने ऐसा नहीं किया। वह एक फिनिशर थे, उन्होंने हर जगह मारा, और अपनी टीम के लिए खेला। वह बेहतर प्रदर्शन करते हैं। जिस कंडीशन में वह आक्रमण कर रहा था, मुझे लगता है कि उसकी मानसिकता बहुत आक्रामक है।”
वहीं दूसरी तरफ लिटिल मास्टर ने श्रेयस अय्यर की तारीफ में कहा कि, ”वहां एक बड़ा सवालिया निशान था,क्योंकि उनके पास मौके थे, जिन्हें उन्होंने हवाई शॉट लगाकर गंवा दिया। यही कारण है कि उनके लिए रन बनाना महत्वपूर्ण था। क्योंकि एक बार हार्दिक पंड्या वापस आ गए, तो सवाल होगा’ हम उनके और सूर्यकुमार यादव के बीच में किसके साथ जाएंगे?केएल राहुल 4 पर, सूर्यकुमार 5 पर और हार्दिक 6 पर पहुंच गए होते।”
सुनील गावस्कर ने आगे कहा कि, “लेकिन अपनी जगह बनाए रखने से ज्यादा महत्वपूर्ण यह दिखाना था कि वह शॉर्ट गेंद को संभाल सकते हैं। हां, श्रीलंकाई गेंदबाज अधिक खतरनाक नहीं थे, लेकिन वह शॉर्ट गेंद को अच्छे से खेल रहे थे। इससे पता चलता है कि वह शॉर्ट गेंद को अच्छी तरह से खेल सकते हैं।”