भारतीय टीम के लिए वनडे वर्ल्ड कप 2023 की खिताबी जंग में मिली हार का गम अभी हल्का नही हुआ है, टीम इंडिया ने जिस तरीके से लगातार अपने सभी मुकाबले जीतकर फाइनल में प्रवेश किया था। उसे देखकर कोई भी यह कहेगा कि, भारत ट्रॉफी जीतने का असली हकदार था। हालांकि हार को स्वीकार कर लेना ही सच्चाई है। वर्ल्ड कप के फाइनल में भारतीय टीम को मिली हार विराट,रोहित,मो. शमी और जसप्रीत बुमराह जैसे बड़े खिलाड़ियों के लिए बेहद निराशाजनक था। इन सबके इतर इस हार ने टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ को भी झक-झोर कर रख दिया है। परन्तु इस गम को भुलाकर टीम इंडिया अब आगे बढ़ रही है।
टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ भी अब इस गम को भुला चुके हैं। 26 दिसंबर को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच खेला जाना है। उससे पहले राहुल द्रविड़ ने वर्ल्ड में मिली हार पर खुलकर अपनी राय रखी है। रविवार को मीडिया से बातचीत में राहुल द्रविड़ ने स्वीकार किया कि, विश्व कप फाइनल में भारत की हार से खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ दोनों काफी निराश थे। निराशा के बावजूद उन्होंने आगे बढ़ने की सलाह दी है।
द्रविड़ ने रविवार को प्रेस में कहा कि,”यह अतीत में हुआ है, हां यह निराशाजनक है, लेकिन हम इससे आगे बढ़ चुके हैं। अब आपके पास आगे कुछ है। खिलाड़ी इसमें अच्छे हैं (आगे बढ़ रहे हैं)। हम ऐसा करने के लिए मजबूर हैं, हम सीखते हैं कि, कैसे करना है,ऐसा तब से करते आए हैं, जब हम बच्चे थे। हर बार जब आप आउट होते हैं, तो आप निराश होते हैं, आपके पास खेलने के लिए एक और पारी होती है, और आपको अगली पारी में प्रदर्शन करना होता है, इसलिए आप अतीत की निराशा को अपने साथ नहीं रहने दे सकते।”
द्रविड़ ने आगे कहा कि, “हां, लोग निराश हैं, हम सभी निराश थे। लेकिन अब हम सब इससे आगे बढ़ चुके हैं और हम किसी ऐसी चीज की उम्मीद कर रहे हैं जो हमारे सामने होगी।”
राहुल द्रविड़ ने कहा कि, किसी के पास प्रेरणा की कमी नही है और वे वास्तव में शानदार प्रदर्शन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि,”मुझे नहीं लगता कि आपको खिलाड़ियों को भारत के लिए खेलने के लिए प्रेरित करने की ज़रूरत है। मुझे नहीं लगता कि हमारे किसी भी खिलाड़ी में प्रेरणा की कमी है। दक्षिण अफ्रीका में खेलने के लिए आना, अपने देश का प्रतिनिधित्व करना, खेलने के अवसर के साथ अच्छा प्रदर्शन करना यह सभी उन्हें प्रेरित करता है।“
राहुल द्रविड़ ने प्रेस कान्फ्रेंस के अगले हिस्से में कहा कि, “मैं अपने खिलाड़ियों को प्रेरित करने में विश्वास नहीं करता, मैं सही माहौल बनाने, सही प्रक्रियाओं को सुनिश्चित करने में विश्वास करता हूं। हम अच्छा अभ्यास करें, शारीरिक, मानसिक और सामरिक रूप से सभी मानदंडों पर ध्यान दें, एक कोच के रूप में यह वास्तव में मेरा काम है, खिलाड़ियों के पास सफल होने का सबसे अच्छा मौका है।”