भारतीय महिला क्रिकेट टीम के बांग्लादेश दौरे के दौरान कप्तान हरमनप्रीत कौर और बांग्लादेशी खिलाड़ियों के बीच हुए विवाद को लेकर हरमनप्रीत कौर ने एक बार फिर से बयानबाजी की है। हरमनप्रीत कौर का कहना है, कि उन्हें उनके द्वारा किए गए अभद्र व्यवहार को लेकर किसी भी प्रकार का पछतावा नहीं है। आपको बता दें बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी मुकाबले के दौरान हरमनप्रीत कौर ने आउट होने के बाद बदतमीजी करते हुए स्टंप पर बल्ला दे मारा था। इसके बाद उनकी खूब आलोचना हुई थी। हरमनप्रीत कौर को उनकी बदसलूकी का खामियाजा भी भुगतना पड़ा है,उन्हें ICC ने दो इंटरनेशनल मैचों के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
हरमनप्रीत कौर इन दिनों इंग्लैंड में आयोजित T20 लीग द हंड्रेड में हिस्सा ले रही हैं। उन्होंने अपने विवादित बयान को लेकर चुप्पी तोड़ी है। टीम इंडिया की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि,“मैं नहीं कहूंगी कि मुझे किसी चीज का पछतावा है, बतौर खिलाड़ी आप यह देखना चाहते हैं कि चीजें सही चल रही हैं या फिर नहीं। बतौर खिलाड़ी आपके पास खुद की भावनाओं को व्यक्त करने का अधिकार होता है, कि आप क्या महसूस कर रहे हैं? मुझे नहीं लगता कि मैंने किसी खिलाड़ी या व्यक्ति को कुछ गलत कहा। मैंने सिर्फ वही कहा जो मैदान पर हुआ था। मुझे किसी भी चीज का पछतावा नहीं है।”
बताते चलें कि, ढाका में भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए तीसरे मैच के दौरान हरमनप्रीत कौर को अंपायर ने आउट दे दिया था। अंपायर का यह निर्णय हरमनप्रीत कौर को पसंद नहीं आया था और उन्होंने स्टंम्प पर बल्ला मारा था। इसके अलावा सीरीज ड्रा होने के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी में उन्होंने बांग्लादेश टीम के खिलाड़ियों के साथ बदसलूकी की थी। जिसके चलते बांग्लादेशी खिलाड़ी फोटो सेशन से पहले ही वापस चले गए थे।
हरमनप्रीत कौर के इस अभद्र व्यवहार के बाद उन्हें 3 डी मेरिट अंक मिले हैं। जिसके चलते उनपर दो मैचों का प्रतिबंध लगा है।हरमनप्रीत कौर एशियन गेम्स 2023 में क्वार्टर फाइनल और सेमी फाइनल में नहीं खेल पाएंगी। यदि भारत फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लेता है, तो वह डायरेक्ट फाइनल मुकाबला खेलती हुई नजर आएंगी।