आंध्र प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में बिवाद होने के बाद हनुमा विहारी को कप्तानी पद से इस्तीफा देना पड़ा था। हालांकि अब इस बात का खुलासा हुआ है कि उन्हें किस बजह से अपने कप्तानी छोड़नी पड़ी। जी हां, जो खुलासा हुआ है उसके अनुसार इन्होंने कप्तानी छोड़ी नहीं छोड़ने को मजबूर किया गया है।
दरअसल, विहारी ने अपनी टीम के एक खिलाड़ी की किसी गलती के कारण फटकार लगा दी, फिर खिलाडी़ ने अपने पिताजी से विहारी की शिकायत कर दी जोकि एक राजनेता हैं, जिसके चलते हनुमा के ऊपर प्रेशर बनाया गया और मजबूरी में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।
विहारी ने इंडिया टूडे से बातचीत के दौरान खुलासा किया जिसमें उन्होंने कहा, “एक क्रिकेटर के तौर पर मैं काफी समय से खेल रहा हूं। मैं बहुत संघर्षों से गुजरा हूं। मैंने दोनों राज्यों के लिए खेला है। इसे खेलना आसान नहीं है। मैं आंध्रा क्रिकेट टीम को उसके स्तर पर ले गया हूं। ऐसा हुआ कि मैं एक खिलाड़ी पर चिल्लाया, 17वां खिलाड़ी जिसे ड्रेसिंग रूम में नहीं होना चाहिए था। नियमानुसार उन्हें वहां नहीं रहना चाहिए था। लेकिन उसने इसे गलत तरीके से लिया और इसकी शिकायत अपने पिता से की और वहां से सब कुछ गलत हो गया।”
हनुमा विहारी ने आगे कहा, “उन्होंने मेरे बारे में शिकायत की और मेरी तरफ से बिना कोई गलत काम किए उन्होंने मुझे कैप्टन पद से हटा दिया। फिर भी, मैंने टीम के लिए खेलना जारी रखा, क्योंकि मैं खेल से प्यार करता था और खेल का सम्मान करता था। एक बार टूर्नामेंट ख़त्म होने के बाद, मैंने सोशल मीडिया पर एक संदेश डाला क्योंकि मुझे लगा कि जो हुआ उसके बारे में लोगों को सच्चाई जाननी चाहिए।”