आंध्र प्रदेश के एक पूर्व रणजी प्लेयर को कथित तौर पर धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस रणजी क्रिकेटर का नाम नागराजू बुदुमुरू बताया जा रहा है। जिसके ऊपर 60 कंपनियों से 3 करोड़ रुपए की ठगी करने का आरोप है। 28 वर्षीय बुदुमुरू को 12 लाख रुपए के इलेक्ट्रॉनिक्स चैन के साथ गिरफ्तार किया गया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक आरोपी नागराजू ने आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी का सलाहकार बनकर ठगी के कृत्य को अंजाम दिया है।
द हिंदुस्तान टाइम्स के रिपोर्ट के मुताबिक,नागराजू ने खुद को मुख्यमंत्री का सहयोगी बता कर शहर के एक इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर के कर्मचारी को फोन किया और उससे पैसे की मांग की।बुदुमुरू के ऊपर यह भी आरोप है कि उसने अपनी पहचान बनाने और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के साथ अपने जुड़ाव को साबित करने के लिए जाली दस्तावेज भी बनवाए थे।
60 कंपनियों को लगाया चूना
कंपनी द्वारा आरोपी को 12 लाख रुपए हस्तांतरित किए जाने के बाद पूर्व क्रिकेटर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी।साइबर क्राइम के डीसीपी डा. बालसिंग राजपूत ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि, शिकायत मिलने के बाद उनकी टीम ने पैसे को ट्रैक करना शुरू किया। जिसके बाद मनी ट्रेल ने नागराजू बुदुमुरू की ओर इशारा किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नागराजू को उसके गृह जनपद श्रीकाकुलम के यावरीपेट्टा से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक, नागराजू ने 60 कंपनियों से क़रीब तीन करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है। पुलिस ने आरोपियों से अब तक 7.6 लाख रुपए बरामद कर लिए हैं।
पूर्व में SRH का हिस्सा
पूर्व क्रिकेटर नागराजू बुदुमुरू साल 2014 से 2016 तक आंध्र प्रदेश की रणजी टीम का हिस्सा रह चुका है। इसके अलावा उसे एक बार इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद ने भी अपनी टीम का हिस्सा बनाया था।बुदुमुरू ने MBA किया है। इसके अलावा एक बल्लेबाज के रूप में नेट सत्र में सबसे लंबा समय व्यतीत करने के लिए 2016 में बुदुमुरू ने अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज कराया था।