बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को 9 विकेट से हरा दिया। इंदौर में खेले गए इस मुकाबले में कंगारूओं ने तीसरे ही दिन भारतीय टीम को मात दे दी थी। इस मैच में भारत के बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था। यहां तक की दूसरी पारी में भारतीय टीम मेहमान टीम को महज 77 रनों का लक्ष्य दे पाई थी। दरअसल होलकर स्टेडियम की पिच स्पिनरों के लिए काफी मददगार थी। जिस वजह से मैच के दौरान इस पिच की काफी आलोचना हुई। इंदौर के विकेट को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने खराब रेटिंग दी है। यहां तक कि ICC ने इस पिच को डिमेरिट पॉइंट भी दिए हैं।
ICC को लगाई फटकार
ICC द्वारा इंदौर की पिच को डिमेरिट पॉइंट दिए जाने से टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने नाराजगी जताई है। गावस्कर ने क्या कुछ कहा उससे पहले आइए जान लेते हैं कि ICC के मैच रेफरी का इंदौर की पिच को लेकर क्या कहना है। दरअसल आईसीसी के मैच रेफरी क्रिस ब्राड ने कहा कि, “इंदौर की पिच काफी ड्राई थी। जिस वजह से मुकाबले के दौरान बैट और बॉल का संतुलन नहीं बन पाया।” इसके अलावा पहले दो मुकाबलों में प्रयोग की गई नागपुर और दिल्ली की पिच को भी ICC ने औसत से नीचे बताया था। परंतु उन पर डिमेरिट्स नहीं दे गए थे।
सुनील गावस्कर ने खराब रेटिंग मिलने पर ICC को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि, गाबा टेस्ट की पिच को कितने डिमेरिट पॉइंट दिए थे? दरअसल ब्रिस्बेन के गाबा स्टेडियम पर पिछले साल दिसंबर माह में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया एक टेस्ट मैच महज 2 दिनों में समाप्त हो गया था। उस मुकाबले को कंगारूओं ने 6 विकेट से जीता था। परंतु उसे ICC द्वारा कोई भी डिमेरिट पॉइंट(ICC ने बस औसत से नीचे बताया था) नहीं मिला था।
3 डिमेरिट पॉइंट देना गलत
इंडिया टुडे से बातचीत में सुनील गावस्कर ने कहा कि, “मैं एक बात जानना चाहता हूं कि ब्रिस्बेन गाबा में टेस्ट मैच सिर्फ 2 दिनों में खत्म हो गया था, उस पिच को कितने डिमेरिट पॉइंट दिए गए थे, वहां मैच रेफरी कौन था? सुनील गावस्कर ने सवाल किया कि, तीन डिमेरिट देना थोड़ा सख्त फैसला है, क्योंकि इस पिच पर गेंद टर्न हो रही थी लेकिन यह खतरनाक नहीं थी। अगर ऐसा होता तो आस्ट्रेलिया की टीम केवल एक विकट के नुकसान पर दूसरी पारी में 77 रन नहीं बना पाती। इसको देखकर यह पता चलता है कि पिच काफी बेहतर थी।