भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन समेत हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के खिलाफ 3.85 करोड रुपए के कथित दुरुपयोग को लेकर अपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। जिसकी जांच की जा रही है। अजहरुद्दीन समेत कई अधिकारियों पर HCA के पैसे के दुरुपयोग का आरोप लगा है। हैदराबाद की पुलिस इस मामले को लेकर जांच पड़ताल में जुटी है। बताया जा रहा है कि इन पैसों का कथित तौर पर उपयोग क्रिकेट की गिल्लियां, फायर सेफ्टी उपकरण, जिम उपकरण और राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में कुर्सियों की खरीद पर किया गया है।
टाइम्स आफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक,HCA के पूर्व अध्यक्ष अजहरुद्दीन के अलावा जिन अधिकारियों के नाम FIR में दर्ज हैं, उनमें HCA के पूर्व सचिव आर विजय आनंद और पूर्व ट्रेजरर सुरेंद्र अग्रवाल का नाम शामिल हैं। इसके अलावा इस डील में शामिल रही कंपनियों-बॉडी ड्रेंच इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, फायर सेफ्टी इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड, सारा स्पोर्ट्स, और एक्सीलेंट इंटरप्राइजेज के नाम भी FIR दर्ज है।हैदराबाद पुलिस ने सभी आरोपियों पर IPC की धारा 406, 409, 420, 465, 467, 471 और 120-बी के तहत आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश के आरोप में मामला दर्ज किया है।
HCA के पूर्व अधिकारियों के खिलाफ यह केस HCA के CEO सुनील कांते बोस की तरफ से दर्ज करवाया गया है। उन्होंने अपने शिकायत में यह दावा किया है कि, यह सभी भ्रष्टाचार 1 फरवरी 2020 से 28 फरवरी 2023 के दौरान किए गए हैं। इन आरोपों पर मोहम्मद अजहरुद्दीन की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के माध्यम से सभी आरोपों को निराधार बताया है।
पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने X पर लिखा कि,”मैंने समाचार रिपोर्टें देखी हैं जिनमें बताया गया है कि CEO,HCA की शिकायतों पर मेरे खिलाफ FIR दर्ज की गई है।मैं बताना चाहता हूं कि ये सभी झूठे और प्रेरित आरोप हैं, मेरा इन आरोपों से कोई लेना-देना नहीं है।मैं उचित समय पर मेरे खिलाफ लगाए गए प्रेरित आरोपों का जवाब दूंगा।यह मेरी प्रतिष्ठा को बर्बाद करने के लिए मेरे प्रतिद्वंद्वियों द्वारा किया गया एक स्टंट मात्र है।हम मजबूत रहेंगे और कड़ी लड़ाई लड़ेंगे।”